Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य भाजपा नेताओं के बयान पर जमकर बरसे. श्री भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यलाय में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि भाजपा नेताओं ने धार्मिक भावना भड़का कर ओछी राजनीति करने एवं राज्य को महामारी में धकेलने का प्रयास किया है.
लोक आस्था और जन भावना का किया सम्मान
सुप्रियो ने कहा लोक आस्था और जन भावना का सम्मान करते हुए हेंमत सरकार ने छठ महापर्व को लेकर कुछ रियाते दी हैं. साथ ही सरकार की ओर से अपील भी की गयी है कि खुद को सुरक्षित रखते हुये महापर्व मनायें. राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के गाइडलाइन, इंडियन मेडिकल काउंसिल की गाइडलाइन एवं गृह विभाग भारत सरकार के दिशा निर्देश एवं प्रधानमंत्री की अपील को ध्यान में रखते हुये गाइडलाइन जारी किये थे. जिसपर भाजपा आध्यक्ष और रांची विधायक ने ओछी राजनीति करना शुरू किया.
जहां भाजपा की है सरकार वहां भी आयोजना पर है रोक
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा एवं उसके सहयोगी दल की सरकार बिहार में है, वहां भी नदीयों और जलाशयों में सामूहिक तौर पर छठ महापर्व पर रोक है. वही दिल्ली हाइकोर्ट ने भी नदीयों और जलाशयों सामुहिक रूप से मानने को लेकर ऐतिहात बरते को सरकार ने कहा है. दिल्ली में भी रोक लगाई गई. इसे दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी. लेकिन हाइकोर्ट ने कहा महामरी के इस संकट की घड़ी में इस मामले में कोई छूट देने के पक्ष में नही है.
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खास वर्ग को खुश करना चाहती है भाजपा
कर्मा, सरहुल, दुर्गा पूजा, काली पूजा में लोग सरकार के गाइडलाईन का अनुपलान करते हुये मनाये तब भाजपा के नेताओं को याद नही आया. भाजपा के लोगों के द्वारा धर्म विशेष के तुष्टीकरण का आरोप लगा रहे हैं. जब ईद में लोग घरों में रह कर मनाये, करमा ,सरहुल, काली पूजा भी मनाये तब भाजपा के लोगो को याद नही आया.
महापर्व में आस्था के साथ एतिहात भी जरूरी
सुप्रियो ने कहा जनाकांक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कुछ रियायतें दी है, साथ ही राज्य को महामरी से सुरक्षित रखने के लिय एतिहात बरतने का भी अपील की है.
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