Lagatar desk : बाइडन ऐसे समय में कार्यभार संभाल रहे हैं जब अमेरिका गंभीर संकट से जूझ रहा है. बाइडन के सामने चार बड़े संकट हैं, जो एक दूसरे से जुड़े हैं.
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सबसे शक्तिशाली देश आज सिर से पैर तक कर्ज में डूबा हुआ है
ये संकट है-कोरोना और इसके चलते पैदा हुआ आर्थिक संकट, पर्यावरण से जुड़ी समस्यांए और नस्ली समानता के अभाव से जुड़ा संकट. गौरतलब है कि दुनिया का यह सबसे शक्तिशाली देश आज सिर से पैर तक कर्ज में डूबा हुआ है.
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दो ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर दिया है
दूसरी तरफ जो बाइडेन ने सत्ता में आने के साथ ही कोरोना महामारी से लड़ने के लिए दो ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर दिया है. इस नए आर्थिक पैकेज का इस्तेमाल महामारी से लड़ने की व्यवस्था, लोगों को टीका दिलवाने, छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद देने, गरीब और कम आय वर्ग को राहत पहुंचाने के लिए किया जाएगा.
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कर्ज माफी के ऐलान से उबरना बड़ी चुनौती होगी
माना जा रहा है कि बाइडेन जो आर्थिक पैकैज देश के लोगों को देंगे वो अमेरिका के लिए कड़वी दवा है जिसे पीना उसके हित में है. हालांकि अमेरिका के राष्ट्रीय कर्ज को अगर वहां के 32 करोड़ लोगों में बांट दिया जाए तो देश के हर नागरिक के ऊपर लगभग 23500 डॉलर का कर्ज हो जाएगा. इससे उबरना जो बाइडेन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
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