New Delhi : भारतीय क्रिकेटर रिद्धिमान साहा को धमकाने के आरोप में बीसीसीआई ने पत्रकार बोरिया मजूमदार पर सख्त एक्शन लिया है और उनको दो साल के लिए बैन कर दिया है. बोरिया मजूमदार ने काफी लंबे समय से क्रिकेट को कवर किया है. मजूमदार यूट्यूब पर अपना चैनल भी चला रहे हैं. उन्होंने साहा को मैसेज के जरिए इंटरव्यू करने के लिये कहा था और खिलाड़ी से जवाब नहीं मिलने के बाद मजूमदार ने धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल किया. रिद्धिमान साहा से बोरिया मजूमदार ने तब संपर्क किया था जब उनको टेस्ट मैचों से बाहर कर दिया गया था. रिद्धिमान साहा ने जब स्क्रीन शॉट शेयर किया था, तब उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा था कि भारतीय क्रिकेट में मेरे इतने योगदान के बाद अब एक ‘सम्मानीय’ पत्रकार से मुझे इन सब चीजों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर पत्रकारिता खत्म हो जाती है.
मजूमदार ने दी थी धमकी
इसके साथ ही रिद्धिमान साहा ने कुछ मैसेज की स्क्रीनशॉट कॉपी भी भेजी थी. इन स्क्रीनशॉट्स को इस तरह पढ़ा जा सकता था- “तुमने कॉल नहीं किया. अब मैं कभी भी तुम्हारा इंटरव्यू नहीं लूंगा. मैं अपनी बेज्जती को जल्दी भूलता नहीं हूं. और मैं इस बात को याद रखूंगा.” मामले की जांच के लिए बीसीसीआई ने एक कमेटी का गठन किया था जिसमें बीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और अपैक्स काउंसिल के सदस्य प्रभतेज भाटिया थे.
इन बिंदुओं पर मजूमदार का बैन काम करेगा
- मजूमदार को भारत में किसी भी मैच (घरेलू या अंतरराष्ट्रीय) में प्रेस के सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त करने से प्रतिबंधित किया जाएगा
- भारत में रजिस्टर्ड खिलाड़ियों के साथ किसी भी तरह का साक्षात्कार लेने पर प्रतिबंध किया जाएगा और
- किसी भी बीसीसीआई या उसके मेंबर एसोसिएशन के स्वामित्व वाली क्रिकेट फेसिलिटी में पहुंच पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
- एपेक्स काउंसिल ने जांच पैनल की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है.
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