Ranchi : 7वीं से 10वीं JPSC परीक्षा में कथित धंधाली और नियुक्ति नियमावली की अनदेखी करने का आरोप लगाकर गोमिया विधायक लंबोदर महतो सहित अभ्यर्थी का एक समूह गुरुवार को राज्यपाल रमेश बैस से मिला. इस दौरान शिष्टमंडल ने राज्यपाल को झारखंड के टोटेमिक कुरमी/कुड़मी (महतो) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने के लिये पहल करने संबंधी ज्ञापन समर्पित किया. साथ ही झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा विगत दिनों प्रकाशित प्रारम्भिक परीक्षा 2021 के परिणाम में अनियमितता के संदर्भ में भी ध्यान आकृष्ट कराया.
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निष्पक्ष जांच कराने की मांग
मीडिया से बातचीत में गोमिया विधायक ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने अनियमितताओं को लेकर राज्यपाल के समक्ष सभी बातों को रखा. उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि जो भी गड़बड़ी हुई है, उसकी निष्पक्षता से जांच कराई जाए. ऐसा होने से ही अभ्यर्थियों के कथित आरोपों का निराकरण हो सकेगा.
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राज्यपाल ने सारी बातें ध्यान से सुनी
लंबोदर महतो ने बताया कि जेपीएससी परीक्षा लेने के लिए जो नियमावली बनायी गयी थी, उसका भी सातवीं से दसवीं पीटी परीक्षा के रिजल्ट जारी करने में पूरी तरह से अनदेखी की गयी है. साथ ही JPSC अपनी सभी परीक्षा उस आउटसोर्सिंग कंपनी से लेने का काम कर रही है, जिसे बिहार सरकार ने पहले ही ब्लैकलिस्टेड कर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश देने का काम किया है.विधायक लंबोदर महतो ने बताया कि राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा कहीं गयी सारी बातों को प्रमुखता से सुना है और निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया है.