Dhanbad : 25 की रात करीब आठ बजे एसएनएमएमसीएच के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट गए. अस्पताल अधीक्षक से वार्ता के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे . जमीन कारोबारी नन्हे खान की मौत से नाराज उनके करीबी लोगों ने जूनियर डॉक्टरों से बदसलूकी की थी . इससे नाराज जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया था . जूनियर डॉक्टरों व अस्पताल अधीक्षक एके वर्णवाल की बीच करीब एक घंटे वार्ता चली. इसके बाद हड़ताल खत्म कर जूनियर डॉक्टर काम पर लौट गए. अधीक्षक ने कहा कि डॉक्टरों की मांग सही है. डीसी को स्थिति से अवगत कराया गया, जिसके बाद 30 होमगार्ड देने का आश्वसन मिला है. अभी अस्पताल के चार कैंपस में 30 होमगार्ड तैनात हैं. क्षेत्र बहुत बड़ा है, जिस कारण सही तरीके से निगरानी नहीं हो पाती है. जिस तरह से अस्पताल में लोगों ने मरे हुए व्यक्ति को जिंदा करने का दबाव बना कर गाली-गलौज की, इससे सभी को बुरा लगेगा.
500 मरीज बिना इलाज कराए ही लौटे
हड़ताल के दौरान अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं. इमरजेंसी सेवाओं पर असर पड़ा, वहीं ओपीडी पूरी तरह से प्रभावित रहा. अस्पताल में भर्ती मरीजों को इलाज में परेशानी हुई . मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में इलाज के लिए जूनियर डॉक्टरों ने रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिया, इससे इलाज के लिए दूर-दराज से आए मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ और करीब 500 मरीज बिना इलाज कराए ही लौट गए. सीनियर डॉक्टर अपने चैंबर में दिनभर बैठे रहे. अस्पताल के ओपीडी में रोज करीब 600 से अधिक मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है.