Vinit Upadhyay
Ranchi: रांची में ज़मीन माफियाओं की पहली पसंद कांके बन चुका है. पिछले कुछ वर्षों में राजधानी का कांके इलाका ज़मीन कारोबारियों से लेकर भूमि में निवेश करने वालों के लिए भी पसंदीदा क्षेत्र बना है. इस इलाके में ज़मीन लेने के लिए लोग साम दाम और दंड भेद की युक्ति लगाने से भी नहीं चूक रहे. इतना ही नहीं कांके में ज़मीन का टुकड़ा लेने और उसकी खरीद बिक्री के लिए ज़मीन कारोबारी और भू माफिया दस्तावेजों में भी हेराफेरी कर रहे हैं. जिसकी शिकायत अंचल कार्यालय से लेकर भू-राजस्व विभाग तक को की जा चुकी है.
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भू-माफियाओं और ज़मीन कारोबारी पर लगाम लगना आसान नहीं
कुछ मामलों में अंचल अधिकारी को मिली गड़बड़ियों की शिकायत के बाद प्राथमिकी भी दर्ज करवायी गयी है और कार्रवाई के लिए पत्राचार भी किया गया है. लेकिन इस सब के बावजूद भी भू-माफियाओं और ज़मीन कारोबारी पर लगाम लगना आसान नहीं दिख रहा.
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आदिवासी ज़मीन के दस्तावेजों में ऑनलाइन छेड़छाड़ की गयी है
जानकारी के मुताबिक कांके इलाके में ज़मीन की बढ़ती कीमत और मांग के कारण आदिवासी ज़मीन के दस्तावेजों में ऑनलाइन छेड़छाड़ की गयी है और आदिवासी रैयत के नाम से चल रही जमाबंदी को हटाकर जनरल व्यक्ति के नाम पर जमाबंदी शुरू कर दी गयी है. और ऐसे लगभग 2 दर्जन से ज्यादा मामले चिन्हित किया गया है एक-एक कर सभी मामलों में सम्बंधित कर्मचारियों से रिपोर्ट मांगी गई है. जिसके बाद अंचल कार्यालय के स्तर से कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके अलावा रांची के नामकुम अंचल , ओरमांझी अंचल और नगड़ी अंचल में भी ऐसी शिकायतें आयी हैं जिसपर विभाग और वरीय पदाधिकारियों की नज़र है.
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