Jamshedpur : बीते तीन दिनों से रूक-रूक कर हो रही लगातार वर्षा के कारण खरकई नदी खतरे के निशान के पार पहुंच गई है. बुधवार की सुबह 10 बजे उक्त नदी खतरे के निशान से 2 फीट ऊपर बह रही थी. वहीं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. हालांकि यह नदी अभी खतरे के निशान से 2.38 मीटर नीचे है. जिससे इस नदी के निचले इलाके अभी सुरक्षित हैं. जबकि खरकई नदी के खतरे के निशान के पार बहने के कारण जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. एसडीओ संदीप कुमार मीणा ने बताया कि आज सुबह ओड़िशा के ब्यांगबिल डैम का एक फाटक 2 फीट की ऊंचाई पर खोला गया है. चूंकि खरकई नदी पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. ऐसे में ओड़िशा से पानी आने से निचले इलाकों में पानी घुसने की संभावना बढ़ गई है. इसके लिए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान कर दिया गया है. प्रशासन के लोग माइक के जरीए लोगों को सावधान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. जल संसाधन विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह आदित्यपुर पुल पर खरकई नदी डेंजर लेबल (129 मीटर) से 0.6 मीटर (2 फीट) ऊपर बह रही है.
चांडिल डैम के आज तीन और गेट खोले गए
वहीं स्वर्णरेखा नदी डेंजर लेबल (121.50) से 2.38 मीटर नीचे बह रही है. वहीं चांडिल डैम के तीन फाटक दो दिन पहले से ही एक 1 मीटर की ऊंचाई पर खोला गया था. जिसे आज दो और बढ़ा दिया गया है. इस तरह चांडिल डैम के पांच रेडियल गेट एक-एक मीटर की ऊंचाई पर खोले गए हैं. जिससे उसका पानी सीधे स्वर्णरेखा में पहुंच रहा है. जिससे स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर पर खतरे के निशान तक पहुंच जाने की आशंका है. वहीं डैम का पानी बढ़ने के कारण ईचागढ़ के कई गांवों में पानी घुस गया है. बुधवार सुबह 10 बजे तक चांडिल डैम का जलस्तर 181.40 मीटर था.