Kharsawan : राजनगर प्रखंड के बारीडीह गांव में शुक्रवार की रात रोहिणी के अवसर पर छऊ नृत्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. बोड़ाम (पूर्वी सिंहभूम) व नीमडीह (सरायकेला-खरसावां) के छऊ कलाकारों ने धार्मिक व पौराणिक थीम पर आधारित विभिन्न छऊ नृत्यों का प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया. रात भर चले छऊ नृत्य कार्यक्रम में आसपास के सैकड़ों लोग शनिवार सुबह तक जमे रहे. कलाकारों द्वारा छऊ नृत्य के माध्यम से प्रेम रस पर आधारित राधा कृष्ण नृत्य को देख दर्शक अभिभुत हुए, तो वीर रस पर आधारित महिषासुर बध को भी काफी सराहा. ढोलक, नगाड़ा व शहनाई की धुन पर कलाकार लय से लय मिला कर भंगिमाओं के सहारे नृत्य के भाव को प्रकट किया.
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कलाकारों ने राधा कृष्ण व हर पार्वती नृत्य पर जम कर वाहवाही बटोरी. शिकारी परंपरा पर आधारित सबर नृत्य को भी दर्शकों ने सराहा. कलाकारों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण व राधा रानी के प्रेम पर आधारित माया बंधन नृत्य पेश कर ऐसा समां बांधा की सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये. अधिकांश नृत्य धार्मिक थीमों पर आधारित था. रामायण, महाभारत, शिव पुराण आदि धार्मिक ग्रंथों से थीम लेकर कलाकारों ने नृत्य पेश किया. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लव-कुश, राम लक्ष्मण, ताड़का वध, महिषासुर वध आदि नृत्य को खूब पसंद किया. राधा-कृष्ण की रास लीला को भी नृत्य के जरिये कलाकारों ने रेखांकित किया. बड़ी संख्या में दर्शक रात भर छऊ नृत्य का आनंद लेते रहे.