LagatarDesk : हरियाणा विधानभा का बजट सत्र चल रहा है. ऐसे में हरियाणा की खट्टर सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ऐसी खबर है कि सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार खतरे में है. क्योंकि 10 मार्च को खट्टर सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विधानसभा अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला लिया है. कांग्रेस के इस फैसले को देखते हुए बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है.
बीजेपी ने जारी व्हिप में कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सभी विधायकों को सदन में हर हाल में मौजूद रहना जरूरी है.
दरअसल बीजेपी की ओर से सभी विधायकों को व्हिप जारी होने के बाद वे पार्टी के खिलाफ वोटिंग नहीं कर सकते. इतना ही नहीं व्हिप जारी होने के बाद यदि कोई विधायक सदन में अनुपस्थित रहता है, या फिर पार्टी के खिलाफ जाकर वोट करता है. तो ऐसी स्थिती में उस विधायक की सदस्यता विधानसभा से समाप्त भी हो सकती है.हरियाणा में अपने सभी विधायकों को व्हिप जारी करते हुए ये बातें बीजेपी की ओर से कही गयी है. संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर की ओर से ये जानकारी पार्टी विधायकों को भेजी गयी है. दूसरी ओर बीजेपी की ओर व्हिप जारी करने के साथ ही गठबंधन में सहयोगी पार्टी जेजेपा भी ऐसा ही फरमान जारी करने वाली है.
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लोगों से कर रहा है कांग्रेस अपील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा की खट्टर सरकार के खिलाफ कांग्रेस 10 मार्च को सदन में अविश्वास प्रस्ताव लायेगी. हरियाणा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस की ओर से इसका ऐलान किया गया है. यहां बता दें कि हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन वाली सरकार है. वहीं किसान मोर्चा ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मोर्चा की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वे अपने विधायकों से सरकार के खिलाफ मतदान करने को कहें.
तीनों कृषि कानून के खिलाफ लिया ऐसा फैसला
बता दें कि हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है. इसी सत्र में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. विपक्ष के नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसका ऐलान भी कर दिया है. दरअसल भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐसा तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ ये अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. हुड्डा का कहना है कि ऐसा करने से ही पता चलेगा कि कौन सा विधायक सरकार के साथ है और कौन सा किसानों के साथ खड़ा है.
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