Kiriburu : इस्पात मंत्रालय (भारत सरकार) के सचिव प्रदीप कुमार त्रिपाठी और बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश को सेल के मेघालया गेस्ट हाउस में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के मेघाहातुबुरु के महामंत्री अफताब आलम के नेतृत्व में एक मांग पत्र सौंपा गया. सौंपे गये मांग पत्र में वर्षों से लंबित वेज-रिवीजन, पेंशन, बोनस के अलावे कोरोना से मृत सेलकर्मियों के एक आश्रित को स्थायी नौकरी अविलम्ब प्रदान करने जैसे मुद्दे शामिल किए गए हैं. केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पांडेय के आदेशानुसार मांग पत्र सौंपा गया, प्रतिनिधिमंडल में दलविन्द्र सिंह, आनंद हेस्सा पूर्ति, मिथलेश कुमार, मो फैजुद्दीन आदि शामिल थे.
स्थानीय बेरोजगारों की स्थानीय नियुक्ति करने की मांग
मांग पत्र में कहा गया है कि किसी भी खदान का उत्पादन माइन्स, मशीन और मैनपावर से होता है. ऐसे में खदान की लीज, मशीन के लिए स्पेस और स्पेयर पार्ट्स तथा मैनपावर की भारी कमी को स्थानीय बेरोजगारों को स्थायी नियुक्ति कर दूर करने, बोकारो स्टील प्लांट के सेलकर्मियों की तरह खदान के कर्मचारियों को सभी प्रकार की सुविधा तथा रिमोट भत्ता का अतिरिक्त लाभ दिया जाये. किरीबुरू-मेघाहातुबुरु जेनरल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से चिकित्सा व्यवस्ता पूरी तरह से प्रभावित है. यहां स्त्री रोग, हृदय रोग, शल्य चिकित्सा, हड्डी रोग आदि विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से कर्मचारी और उनके आश्रितों तथा नगर वासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तमाम विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति हो. कोरोना वैश्विक महामारी की तीसरी लहर से लड़ने के लिये सेल अस्पताल किरीबुरु को कोविड अस्पताल बना वेंटीलेटर, सेंट्रलाइज ऑक्सीजन समेत तमाम जरूरी सुविधाओं से लैश किया जाए. इस अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध है पर रक्त संग्रह कर रखने वाली मशीन बहुत दिनों से खराब पड़ी है. इसकी सुचना आरएमडी कार्यालय को भी दी गयी थी तथा मरम्मत की फाइल अनुमोदन के लिये आरएमडी कार्यालय भेजी गयी थी पर आरएमडी भंग होने के कारण मामला अटक गया है जिसे गंभीरता से ध्यान देकर ठीक कराया जाये. अस्पताल के डाक्टरों, स्वास्थकर्मियों और सफाई कर्मचारी जो अस्पताल की जान है, कोरोना काल में कोरोना पीड़ित रोगियों को सेवा दे रहे हैं इनकी सुरक्षा की समस्त व्यवस्था अविलंब मुहैया की जाए. गंभीर रूप से बीमार सेलकर्मियों व उनके आश्रितों को बेहतर इलाज हेतु तत्काल बडे़ अस्पतालों में भेज इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जाये. सेलकर्मियों के जर्जर आवासों सहित टाउनशिप में मौजुदा सारी सुविधायें उपलब्ध करायी जाये. हाई वैल्यू (पांच फीसदी) के उपर वाली निविदा को जिस तरह निरस्त कर दिया जाता है, उसी प्रकार लो वैल्यू (दस फीसदी) के नीचे की निविदा को भी निरस्त किया जाना चाहिए क्योंकि ऐसा होने से मजदूरों का शोषण व भ्रष्टाचार चरम पर है. जीवन बीमा योजना के तहत मिल रही राशि या इडीएलआई स्कीम के तहत मिल रही राशि को पूर्व की भांति चलाये जाने की जरूरत है. स्टील प्लांट और खदानों के बीच सौहार्द्रपूर्ण वातावरण, भाईचारा तथा भावनाओं का आदान-प्रदान बनाए रखने के लिये पूर्व की भांति समन्वय कार्यक्रम चलाया जाए. खदानों की समस्या तथा उत्पादन में आने वाली अड़चन के समाधान हेतु दो-तीन महीनों के अंतराल में एक बार निदेशक प्रभारी के साथ खदान के श्रमिक संगठनों की बैठक सुनिश्चित करने का प्रावधान किया जाए ताकि आपसी समस्या का समाधान हो सके. कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए ठेका श्रमिकों का सहारा लिया जा रहा है, इस समस्या के समाधान हेतु स्थायी नियुक्ति की जाये, जिसमें स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दिया जाये.