Kiriburu (Shailesh Singh) : 18 सितम्बर की शाम 3 बजे से चाईबासा में उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता में सारंडा के मानकी-मुंडा व शिक्षित बेरोजगार शामिल होंगे. इस बैठक में सेल की किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, गुवा एवं चिड़िया खदान के सीजीएम व उच्च अधिकारी भी शामिल होंगे. इस मामले को लेकर छोटानागरा हाट बाजार मैदान में 17 सितम्बर को सारंडा के विभिन्न गांवों के मानकी-मुंडा व शिक्षित बेरोजगारों की बैठक हुई. बैठक में उपायुक्त द्वारा आहूत त्रिपक्षीय वार्ता में भाग लेने पर सहमति बनी. हालांकि बैठक में यह भी तय हुआ कि अगर वार्ता असफल रही तो 19 सितम्बर से आर्थिक नाकेबंदी होगी. इसके लिये कुछ मानकी-मुंडा ही वार्ता के लिये जायेंगे, बाकी मुंडा व ग्रामीण आंदोलन की तैयारी करते रहेंगे. बैठक के दौरान ही उसी रास्ते से गुजर रहे किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर भी कुछ देर रुककर मानकी-मुंडाओं को समझाया और उपायुक्त के साथ बैठक में भाग लेने की अपील की.
इसे भी पढ़ें : नोवामुंडी : सेल गुवा क्षेत्र में विश्वकर्मा पूजा की रही धूम
उल्लेखनीय है कि सेल की किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु खदान में 19 सितम्बर से सारंडा के ग्रामीणों द्वारा अनिश्चितकालिन आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की गई है. यह आर्थिक नाकेबंदी सेल की झारखंड खान समूह की उक्त चारों खदानों के लिये बीते दिनों आयोजित बहाली में खदानों से प्रभावित सारंडा के बेरोजगारों की उपेक्षा के खिलाफ करने का आह्वान किया गया है. इससे पहले सारंडा के ग्रामीणों ने 29 अगस्त से यह आंदोलन की घोषणा की थी, लेकिन 28 अगस्त को जगन्नाथपुर के एसडीओ शंकर एक्का की अध्यक्षता में आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला था. इसके बाद एसडीओ के आग्रह पर उपायुक्त की अध्यक्षता में इस मामले में बैठक होगी. इसके बाद इसकी तिथि को आगे के लिये बढ़ा दिया गया था. उपायुक्त कार्यालय से जल्द बैठक हेतु कोई सकारात्मक जबाब नहीं मिलने से नाराज सारंडा के ग्रामीणों व मानकी-मुंडा ने 19 सितम्बर से उक्त आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा कर दी है. इसके मद्देनजर उपायुक्त ने 18 सितम्बर को बैठक बुलाई है.
इसे भी पढ़ें : खूंटी : सड़क किनारे सहायक पुलिस कर्मी का शव पड़ा मिला, जांच में जुटी पुलिस
बैठक में सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम, छोटानागरा मुंडा बिनोद बारिक, तितलीघाट मुंडा मनचुड़िया सिद्धू, नवागांव मुंडा राजेश, बोकना मुंडा बिक्रम चाम्पिया, प्रताप सिंह मुंडा, पूर्व जीप सदस्य बामिया माझी, जामकुंडिया मुंडा कुशु देवगम, रडु़वा मुंडा राऊतु चाम्पिया, कुदलीबाद मुंडा सुकराम, राजाबेडा़ मुंडा जामदेव चाम्पिया, बाईहातु मुंडा चिंतामणी चाम्पिया, बहदा मुंडा रोया सिद्धू आदि शामिल थे.