Ranchi : वर्तमान दौर में बड़ी संख्या में लोग मोबाइल या इंटरनेट का उपयोग करते हैं. यह कई सहूलियतें देने के साथ कुछ परेशानी का भी सबब बन रहा है. इन दिनों स्पूफ कॉलिंग का उपयोग तेजी से किया जा रहा है. स्पूफ कॉलिंग के जरिए अपराधी और उग्रवादी झारखंड के कारोबारियों को धमकी दे रहे है और रंगदारी की भी मांग कर रहे है. इससे पुलिस को काफी परेशानियां हो रही हैं
हाल के महीनों में स्पूफ कॉलिंग के जरिए कारोबारियों से रंगदारी मांगने के कई मामले सामने आये हैं.
ऐसे होती है स्पूफ कॉलिंग
प्ले स्टोर से स्पूफ कॉल संबंधित एप डाउनलोड किया जाता है. इस एप को मोबाइल में इंस्टाल करना होता है. वास्तविक नाम और मोबाइल नंबर छिपाकर अन्य किसी व्यक्ति का नाम और नंबर यहां अपलोड कर सकते हैं.
इसमें आवाज बदलने के साथ ही कई तरह के फीचर आ रहे हैं. स्पूफ कॉलर जब किसी को फोन लगाएगा तो उस व्यक्ति के फोन पर अपलोड किया नाम और फोन नंबर दिखेगा. इससे टारगेट पर लिया व्यक्ति पूरे समय कन्फ्यूज रहेगा. जब वह उस नंबर कॉल बैक करेगा तो तो वास्तविक यूजर को फोन लगेगा, जिसका पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
स्पूफ कॉलिंग भारत में हैं प्रतिबंधित
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेश के मुताबिक इंडियन टेलीग्राफ एक्ट-1885 के तहत स्पूफ कॉलिंग भारत में प्रतिबंधित है. ऐसा करते पाए जाने पर जुर्माने, तीन साल जेल या दोनों दंड देने का प्रावधान है. इसके लिए भारतीय सरकार ने अंतरराष्ट्रीय और देश में काम करने वाली एजेंसियों के लिए सख्त नियम बना रखे हैं.
स्पूफ कॉलिंग और ईमेल के जरिए रंगदारी की प्रमुख घटनाएं
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- 31 अक्टूबर: स्पूफ कॉलिंग के माध्यम से रांची के धुर्वा और कोतवाली इलाके में रहने वाले 2 कारोबारियों से 50- 50 लाख की रंगदारी मांगी गई.
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- 08 अक्टूबर: रांची के बिल्डर (अब दिवंगत) अभय सिंह से स्पूफ कॉलिंग माध्यम से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. इस मामले में रांची पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया इसमें गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की भूमिका सामने आई थी.
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- 18 अक्टूबर: रांची तुपुदाना स्थित शाकंभरी राइस मिल के संचालक से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने एक करोड़ की रंगदारी मांगी.
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- 22 अक्टूबर 2020 को तुपुदाना के कारोबारी प्रवीण कुमार से सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई.
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- 8 अगस्त: को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ई-मेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई.
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- 27 अक्टूबर 2020 को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो से ई-मेल के जरिए रंगदारी की मांग की गई थी.से