Ranchi : नक्सली संगठन अपने ही पूर्व सदस्यों की हत्या कर रहे है. उन्हें संदेह है कि संगठन छोड़ चुके लोग पुलिस के लिए मुखबिरी करते है. बीते 21 नवंबर को चतरा में माओवादियों ने पूर्व नक्सली मुकेश गिरि की हत्या कर दी थी. मुकेश की हत्या मुखबिरी का आरोप लगा कर किया गया था. कुछ महीने पहले भी इसी तरह की एक और वारदात रांची के तमाड़ में हुई थी. जहां नक्सलियों ने पूर्व सदस्य देवानंद सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे जाहिर है कि नक्सली संगठन विचारधारा की लड़ाई छोड़ अपराधी गिरोहों की तरह मारकाट पर उतारू हैं.
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नक्सली अब हाईकमान के अधीन नहीं रहे
ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं. नक्सली अब हाईकमान के अधीन नहीं रहे. अपना-अपना गुट बनाकर बिना किसी योजना के जिसे चाहे मार रहे हैं. हाल के महीनों में नक्सल संगठन चलाने वाले बड़े नेताओं की पकड़ उनके अधीनस्थों पर कमजोर हुई है.
नक्सल हरकतों पर पुलिस की नजर
नक्सलियों की पल-पल की हरकत पर पुलिस नजर बनाये हुए है. झारखंड पुलिस के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा. और इसमें पुलिस को सफलता भी हाथ लग रही है. हालांकि हाल के दिनों में राज्य के अलग-अलग जिले में नक्सलियों ने कई घटनाओं अंजाम देकर पुलिस को चुनौती देने का काम किया है.
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हाल के दिनों में मारे गये ये पूर्व नक्सली
27 मार्च : चाईबासा में नक्सलियों ने गुंडरी के ग्राम मुंडा नमन बूढ़ को घर से बुलाकर लगभग 200 मीटर दूर खेत में धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया था. नमन बूढ़ की हत्या के पीछे नक्सलियों में वर्चस्व की लड़ाई थी. नमन बूढ़ पूर्व में माओवादी के लिए काम करता था. बाद में वो पीएलएफआई नक्सली संगठन के लिए काम करने लगा था.
13 अप्रैल: हजारीबाग जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र चुरचू -आंगो के एदला-हरली गांव में माओवादी दस्ते ने अपने ही दस्ते के पूर्व सदस्य जीतन मांझी की हत्या कर शव दफना दिया था.
30 जून: रांची के तमाड़ थाना अंतर्गत एदलपीड़ी मोड़ के पास घात लगाकर बैठे अपराधियों ने पूर्व नक्सली और पूर्व एसपीओ बघई निवासी देवानंद सिंह मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
20 अक्टूबर: चतरा जिले मयूरहंड थाना क्षेत्र के कुंदरी गांव के समीप नागेश्वर यादव नामक ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक नागेश्वर यादव को पूर्व नक्सली बताया जा रहा है.
21 नवंबर: चतरा के सिमरिया थाना क्षेत्र के तपसा निवासी मुकेश गिरि की माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मुकेश पूर्व में नक्सली था और कई मामलों में जेल भी जा चुका था.
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