Koderma : सिखों के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर के शहीदी पर्व का विशेष दीवान के साथ संपन्न हुआ. विशेष दीवान में रहरास साहिब की आरती की गयी. इसके बाद गुरु महाराज द्वारा रचित नौवें महतले के श्लोक का पाठ किया गया. यह पाठ अमराठीत कौर, मनजीत कौर, रविंद्न सिंह, राजनी छाबड़ा, सुनीता सालुता ने किया. जबकि गुरुमेज सिंह, शामी सालुजा, सुरेंद्र सिंह पप्पू ने नाम सिमरन और शहीदी शबद गाया. (पढ़ें, ईडी के गवाह विजय हांसदा ने पुलिस के दावों पर कोर्ट में दिया आवेदन,कहा – लड़ना चाहता हूं केस)
यसपाल सिंह ने संगत से बच्चों को सिख इतिहास से जोड़ने की विनती की
रामगढ़ कैंट से आये धर्म प्रचारक और कथा वाचक ज्ञानी गुरजीत सिंह ने संगत को सिख धर्म के बारे में और गुरूदेव की शहीदी की कथा सुनाये. उन्होंने कहा कि विश्व के इतिहास में धर्म और सुनायी मानवता के लिए बालदान की ऐसी मिसाल कही भी नहीं है. गुरु महाराज के साथ तीन सिख भाई सती, मतिदास और दयाला की कुर्बानी को भी हमें नहीं भुलना चाहिए. प्रधान अवतार सिंह ने ज्ञानी को शॉल देकर समाहित किया. सभा के सचिव यसपाल सिंह कार्यक्रम के समापन पर सभी के सहयोग के लिये संगत का धन्यवाद दिया. उन्होंने संगत से विशेष तौर पर बच्चों को गुरमुखी पढ़ाने और सिख इतिहास से जोड़ने की विनती की.
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सैकड़ों लोगों ने लंगर प्रसाद खाया
अरदास उपरांत गुरु का अटूट लंगर चलाया गया. जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. कार्यक्रम में हरपाल सिंह, गुरुभेज सिंह, शम्मी सायु, सुरेन्द्र सिंह, पप्पू का सहयोग रहा. कार्यक्रम में ज्ञानी राजा सिंह, कुलदीप सिंह, गुरमीत सिंह बग्गा, जसमीर सिंह, सन्नी,अवतार सिंह, सरबजीत सिंह, सविन्द्र सिंह, नवलीत सिंह, जसकीरत सिंह, हरनेक सिंह, हरविल जयवीर कौर, कुशमीर कौर, सिमरन कौर, मनप्रीत कौर, हरातीत सिंह सालुजा, पूनम कौर प्रिया सहित सैकडों सिख एवं अन्य समुदाय के लोग शामिल हुए.