Koderma : सेक्रेड हार्ट स्कूल में शिक्षकों और बच्चों के लिए दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया. पहले दिन का वर्कशॉप शिक्षकों के लिए था. जबकि करियर काउंसलिंग वर्कशॉप का दूसरा दिन छात्रों के लिए था. इस वर्कशॉप में मुख्य वक्ता सह ट्रेनर के रूप में शाश्वत बासु मौजूद रहे. स्कूल के निदेशक प्रमोद कुमार, एकेडमिक डायरेक्टर प्रमोद शर्मा और प्राचार्य नवीन कुमार ने संयुक्त रूप से शाश्वत बासु को गुलदस्ता देकर स्वागत किया. इसके बाद स्कूल की टीचर पायल सिंह ने शाश्वत बासु का परिचय कराया. (पढ़ें, देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या कम होकर 28,593 हुई)
शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियां के बारे में बताया
वर्कशॉप में ट्रेनर शाश्वत बासु ने शिक्षकों को समय के साथ-साथ खुद को अपडेट रखने की सलाह दी. उन्होंने 21वीं सदी में शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन और आने वाली चुनौतियां के बारे में शिक्षकों को बताया. वर्कशॉप में शिक्षकों इन चुनौतियों का सामना कैसे करें यह भी बखूबी बताया गया. प्रशिक्षक ने वर्कशॉप में शामिल शिक्षकों द्वारा पूछे गये कई सवालों के जवाब भी दिए.
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प्रशिक्षक ने छात्रों का भी किया मार्गदर्शन
दूसरे दिन का वर्कशॉप कैरियर काउंसलिंग से संबंधित था. इस वर्कशॉप में शाश्वत बासु ने स्कूल के छात्रों का मार्गदर्शन किया. उन्होंने बताया कि कौन-कौन से क्षेत्र में अधिक संभावनाएं हैं. वहां पहुंचने के लिए कौन सा कोर्स करना चाहिए और कहां से करना चाहिए. इसके अलावा भी शाश्वत बसु ने स्कूल के बच्चों को करियर को लेकर जानकारी दी. शाश्वत बासु ने वर्कशॉप में छात्रों से कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट तरीका नहीं होता है. कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से छात्र सफलता की बुलंदियों तक पहुंच सकते हैं.
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स्कूल समय-समय आयोजित कराता है वर्कशॉप
ट्रेनर शाश्वत बासु ने कहा कि मेडिकल, इंजीनियरिंग के अलावा ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां छात्र अपना करियर बना सकते हैं. वर्कशॉप के अंतिम दिन स्कूल के डायरेक्टर प्रमोद कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह विद्यालय समय-समय पर छात्रों और शिक्षकों के लिए इस तरह का वर्कशॉप आयोजित करता रहता है. ताकि शिक्षकों को नयी-नयी तकनीक की जानकारी मिले. साथ ही छात्रों को सही मार्गदर्शन मिल सके. दो दिवसीय वर्कशॉप में एकेडमिक कोऑर्डिनेटर प्रवीण कुमार, कोऑर्डिनेटर आशुतोष गौतम, दीपक सर्राफ, सुभय कुमार समेत स्कूल के अन्य शिक्षक और छात्र मौजूद रहे.
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