Kolkata : बंगाल में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की युवतियों की शादी के लिए एकमुश्त सहायता राशि देने के लिये शुरू की गई रूपश्री योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आए हैं. कुछ परिवारों ने नकली विवाह का कार्ड तक छपवा कर इस योजना का पैसा उठाने की कोशिश की है. यहां तक कि तीन-तीन बच्चों की मां ने भी शादी कार्ड छपवा कर इस योजना के तहत मिलने वाली 25,000 रुपये की राशि के लिए आवेदन किया है.
गौरतलब है कि इस योजना के आवेदन पत्र के साथ शादी का कार्ड भी जमा करवाना होता है. इधर, विभिन्न ब्लॉकों में अधिकारी अब फर्जी आवेदन नहीं करने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं.
फर्जीवाड़ा करने वालों पर होगी कार्रवाई
फर्जीवाड़ा का सबसे ज्यादा मामला राज्य के 24 परगना जिले में सामने आए हैं. जिला प्रशासन भी इस पर कड़ी निगाह रख रही है. वहीं कई ब्लॉक के अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि रूपश्री योजना में फर्जी आवेदन करनेवालो पर केस किया जायेगा.
ममता सरकार ने 2018 में रूपश्री योजना शुरू की थी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सालाना डेढ़ लाख से कम आय वाले परिवार की युवतियों की शादी के लिये 2018 में रूपश्री योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत राज्य सरकार शादी के लिए एकमुश्त 25,000 रुपये की आर्थिक मदद देती है. योजना शुरू होने के बाद पिछले करीब ढाई वर्षो में बड़ी संख्या में जिम्मेदार माता- पिता इससे लाभान्वित हुए हैं.
लॉकडाउन और कोरोना के कारण जाली आवेदनों की संख्या बढ़ी
हालांकि अधिकारियों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि कोई भी फर्जी शादी दिखाकर पैसे के लिए आवेदन कर सकता है. लेकिन, माना जा रहा है कि लंबे समय तक लॉकडाउन और कोरोना की स्थिति के कारण आर्थिक लाभ उठाने के लिए इस योजना के तहत जाली आवेदनों की संख्या बढ़ रहे हैं. खासकर उत्तर 24 परगना जिले के विभिन्न ब्लॉकों में इस तरह के नकली विवाहों की संख्या बढ़ रही है.