Ramgarh: ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार सभी जिलों में 25 मई से 5 जून तक कोविड ग्रामीण सुरक्षा एवं सर्वेक्षण कार्यक्रम चला रही है. इसी क्रम में बुधवार को जिले के सभी पंचायतों में तेजी से लोगों के घर घर जाकर सर्वे करने तथा संदिग्ध लोगों की कोरोना जांच करने का काम किया गया. कार्यक्रम के माध्यम से रामगढ़ के सभी पंचायतों में आंगनबाड़ी सेविकाओं स्वास्थ्य सहियाओं, स्वयं सहायता समूह की दीदीयों, एएनएम, सीएचओ, बीटीटी, एमपीडब्ल्यू की दीदीयों को प्रत्येक पंचायत स्तर पर दो दलों में विभाजित किया गया है. जिनमें एक जांच दल के नाम से कार्यरत हैं. इसके अंतर्गत एएनएम, सीएचओ, बिटीटी के साथ एमपीडब्ल्यू की दीदीयों को रैपिड एंटीजन के माध्यम से कोरोना जांच करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है. दूसरा सर्वे दल के नाम से काम करते हुए संभावित कोरोना संक्रमितों की पहचान कर रहा है. जिसके लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं, स्वास्थ्य सहियाओं एवं स्वयं सहायता समूह की सक्रिय दीदीयों से काम लिया जा रहा है.
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कोविड संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे
पहले चरण में सर्वे दल की महिलाएं प्रत्येक गांव में डोर-टू-डोर सर्वे एवं थर्मल स्कैनर के माध्यम से लोगों के तापमान की जांच करने का काम कर रही है. इस दौरान लोगों का तापमान, घर में किसी की मौत, किसी के आने-जाने की सूचना जमा किया जा रहा है. ये जानकारी एप या पोर्टल के माध्यम से अपलोड कर जांच दल तक पहुंचाई जा रही है. जांच के क्रम में पॉजिटिव पाए गए मरीजों के लक्षणों के आधार पर होम आइसोलेशन, प्रखंड कोविड केयर सेंटर या जिला कोविड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया जा रहा है. साथ ही झारखंड सरकार द्वारा सभी होम आइसोलेटेड मरीजों को निशुल्क मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सभी आवश्यक दवाईयां उपलब्ध हैं.
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