Vinit Upadhyay
Ranchi: IAS अधिकारी पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के अस्पताल पल्स की भूमि से संबंधित जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक, रांची डीसी छवि रंजन के निर्देश के बाद AC राजेश बरवार ने अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों और कर्मचारियों को फाइल ढूंढने का काम दिया था, लेकिन अब तक किसी के भी हाथ पल्स अस्पताल की भूमि से संबंधित फाइल नहीं लगी है. सूत्रों के मुताबिक, फाइल खोजने का जिम्मा दो टीमों को दिया गया है. जो AC कार्यालय के राजस्व शाखा की सभी पुरानी फाइलें सर्च कर रही हैं. फाइल खोजने का काम अंतिम चरण में है.
जिन बंडलों में जांच रिपोर्ट की फाइलें सुरक्षित रखी जाती हैं, उसमें सिर्फ दो बंडल ही सर्च होने बाकी हैं. AC के स्तर से तत्कालीन दो पदाधिकारियों को इस मामले में नोटिस भी किया गया है. नाम नहीं लिखने की शर्त पर इस पूरे मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पल्स अस्पताल की भूमि की जांच के संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं मिला था. उसके बावजूद तत्कालीन बड़गाईं सीओ और तत्कालीन AC के स्तर से एक जांच रिपोर्ट तैयार की गई थी. वह रिपोर्ट AC कार्यालय से आगे बढ़ी है या नहीं यह जानकारी किसी को नहीं है.
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रांची DC ने जिला अपर समाहर्ता से पल्स हॉस्पिटल की भूमि से सम्बंधित जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. DC छवि रंजन के इस निर्देश के बाद ज़िला प्रशासन के अधिकारी जांच की फाइल ढूंढने में लगे थे, लेकिन उन्हें फाइल नहीं मिली. DC ने अपर समाहर्ता को यह निर्देश दिया था कि पत्र मिलने के 48 घंटे के अंदर जांच प्रतिवेदन से सम्बंधित संचिका दी जाए. AC को उपायुक्त द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग झारखंड सरकार/मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा पल्स अस्पताल की भूमि के संबंध में जांच करने का निर्देश दिया गया था. जिसके आलोक में अंचल अधिकारी बड़गाईं और तत्कालीन अपर समाहर्ता रांची ने संयुक्त रूप से जांच की थी. जांच प्रतिवेदन सम्भवतः राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग झारखंड सरकार/मुख्यमंत्री सचिवालय को उपलब्ध कराई गई है.
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बता दें कि IAS पूजा सिंघल (Puja Singhal) के पति अभिषेक झा का बरियातू रोड में पल्स अस्पताल है. आरोप है इस अस्पताल का निर्माण भुईंहरी जमीन पर हुआ है. भुईंहरी जमीन की खरीद-बिक्री नहीं हो सकती. इसके बाद भी जालसाजी करके जमीन की खरीद की गई. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर इस मामले की जांच की गई. इस बीच lagatar.in को पता चला है कि इस जमीन की जांच रिपोर्ट गायब है. हालांकि इस बात की पुष्टि जिला प्रशासन के किसी अधिकारी ने नहीं की है.