Bermo: गोमिया प्रखंड कार्यालय में सोमवार को बीडीओ ने मनरेगा योजना में गड़बड़ी की शिकायत पर लाभुक का बयान लिया. इस मामले को लगातार मीडिया ने उठाया था. यह उसका असर है. दरअसल प्रखंड के बांध पंचायत में मनरेगा योजना के तहत दर्जनों लाभुकों के साथ धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ था. इसे लगातार डॉट इन की टीम उठाती रही थी. इसके बाद मनरेगा योजना के लाभुकों ने एसडीओ बेरमो अनंत कुमार से इसकी शिकायत की थी. एसडीओ ने लाभुकों द्वारा की गई शिकायतों पर जांच के आदेश दिये थे.
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पूछताछ के दौरान रोजगार सेवक था मौजूद
इसी आदेश पर सोमवार को बीडीओ ने मनरेगा योजना के लाभुक बेबी देवी, मणिलाल सिंह, राजेश रजवार, जगदेव रविदास, सहदेव रविदास और धनेश्वर सिंह से पूछताछ की. लाभुकों ने बीडीओ को बयान देने के बाद लगातार मीडिया को बताया कि पूछताछ के दौरान रोजगार सेवक अमर बाउरी, पंचायत सचिव लीलू महतो, मुखिया तुलसी यादव और पंचायत समिति सदस्य गोपाल यादव को भी रखा था, जो न्यायोचित नहीं था. उन्होंने कहा कि जब वे अपना बयान दे रहे थे उस समय रोजगार सेवक अमर बाउरी और मुखिया ने उन्हें टोका और बयान दर्ज कराने में बाधा उत्पन्न की.
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इस मामले पर गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने कहा कि सभी मनरेगा के लाभुकों से शिकायत के संबंध में जानकारी ली. जो भी पूछताछ की गई है उसकी रिपोर्ट बेरमो एसडीओ को सौंपा जाएगा. बता दें कि 2016-17 में गोमिया के बांध पंचायत में मनरेगा योजना में बडे पैमाने पर गड़बड़ी किए जाने की शिकायत सामने आई थी. इसमें पहली शिकायत बांध पंचायत के भुरकुण्डवा ग्राम के रामचंद्र यादव ने की थी. उन्होंने बेरमो एसडीओ को आवेदन देकर कहा कि उसके नाम से मुर्गीशेड निर्माण के लिए योजना स्वीकृत हुई, लेकिन उसे मात्र चार हजार रुपये ही मिले. उसके नाम से योजना की पूरी राशि की निकासी कर ली गई. ऐसी कई शिकायतें थीं. आखिर में इस पर जांच शुरू हो गई.
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