Arjun Viswakarma
Latehar: बरवाडीह के छिपादोहर को पिछले दो दशक से प्रखंड बनाये की मांग की जाती रही है. जब भी चुनाव आता है जनप्रतिनिधि भी इसे प्रखंड बनाये जाने की घोषणा करते हैं, लेकिन पूरा नहीं हो पाता है. इस बार फिर जनता छिपादोहर को प्रखंड बनाने को लेकर कमर कस रही है.
ग्रामीणों ने कहा कि जब तक छिपादोहर को प्रखंड का दर्जा नहीं मिल जाता है, वे लोग संघर्ष करते रहेंगे. बताया जाता है कि सात पंचायतों को मिलाकर छिपादोहर को प्रखंड का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव कई बार भेजा जा चुका है. उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. प्रशासन द्वारा कोई निर्णय नहीं लिये जाने से क्षेत्र की जनता में असंतोष है. वे आंदोलन का बिगुल बजाने की तैयारी में हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब से यहां की जनता छिपादोहर को प्रखंड का दर्जा दिए जाने की मांग कर रही है. उस समय से झारखंड में कई प्रखंडों का निर्माण हो चुका है.
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उन्होंने कहा कि इसमें लातेहार में सरयू, गढ़वा में डंडा, चतरा में कुंदा, लावाबांग, गिद्धोर व पत्थलगड्डा को प्रखंड बनाया गया है. उस वक्त छिपादोहर को भी प्रखंड बनाया जा सकता था. लेकिन नहीं बनाया गया. बता दें कि छिपादोहर को प्रखंड बनाने की मांग अलग झारखंड राज्य बनने के साथ ही की जा रही है. छिपादोहर को प्रखंड बनाने की बात सभी सरकारों में उठती रही है. जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों द्वारा आश्वासन भी मिला है. लेकिन स्थिति अब भी वैसी ही है. इस मामले पर बरवाडीह बीडीओ राकेश सहाय ने कहा कि छिपादोहर को प्रखंड बनाने को लेकर पूर्व में सारे दस्तावेज भेज दिये गये हैं.
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