Latehar: हेमंत सरकार राज्य में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकारी योजना पहुंचाने का दावा करती है, लेकिन सच साबित होता नहीं दिखता है. लातेहार जिला में चंदवा एक ऐसा प्रखंड है, जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी का पद रिक्त है. रिक्त पद को जिला प्रशासन प्रभार में चलाने को विवश है. इससे कार्य में कई तरह की अड़चने आती हैं. आगे यह भी जानकर चौंक जायेंगे कि विकास पदाधिकारी के अलावा राज्य को राजस्व देने वाला अंचलाधिकारी (सीओ) का पद भी रिक्त है. इतना ही नहीं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ), बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ), श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (एलईओ) और कृषि पदाधिकारी का पद महीनों व वर्षों से खाली है. इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है.
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पदाधिकारियों की है कमी
चंदवा प्रखंड कार्यालय में दो वर्ष से एमओ, एक वर्ष से सीडीपीओ, तीन माह पूर्व सीओ और एक सप्ताह से बीडियो का पद रिक्त है. यहां दो वर्ष से एमओ का पद प्रभार में चल रहा है. एक वर्ष से सीडीपीओ का पद प्रभार में चल रहा है. तीन माह पूर्व अंचलाधिकारी के तबादला के बाद से पद प्रभार में चल रहा है. वहीं अब बीडियो का भी तबादला होने से पद प्रभार में आ गया है. दिनोंदिन इस प्रखंड से पदाधिकारियों की संख्या घटती जा रही है.
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एक ही पदाधिकारी के जिम्मे कई पद
यहां कार्यालय में एक ही अधिकारी कई पद संभाल रहे हैं. चंदवा प्रखंड के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी के जिम्मे प्रखंड के चार महत्वपूर्ण पद थे. उन्हें सीओ, सीडीपीओ, एमओ और कृषि पदाधिकारी पद का प्रभार था. ऐसे में एक मात्र पदेन बीडीओ का भी तबादला होने से अब दूसरे प्रखंड के अधिकारी प्रभार में हैं, जिन्हे अपने प्रखंड के अलावा चंदवा प्रखंड का दायित्व निर्वाह करना पड़ रहा है। इससे प्रखंड में अंचल का कार्य पूरी तरह प्रभावित है, जिसमें जमीन मूटेशन से लेकर रसीद कटने तक का कार्य प्रभावित हो रहा है।
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