Ranchi: फादर स्टेन स्वामी कr मौत के लिए केंद्र सरकार जिम्मेवार है. साजिश के तहत फादर स्टेन को जेल भेजा गया. जबकि वे लगातार गरीबों, दलितों, आदिवासियों के मामले में आवाज बने रहे. ये बातें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से बयान जारी कर कहा गया. पार्टी के प्रदेश सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, सचिव महेंद्र पाठक की ओर से ये बयान जारी किया गया.
इसमें कहा गया कि फादर स्टेन मानवाधिकार पर काम करते थे.मानवाधिकार के उल्लंघन पर हमेशा आवाज उठाते रहे. कई बार सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से जानबूझ कर साजिश के तहत फादर स्टेन को फंसाया गया और उन्हें जेल भेजा गया.
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विदित हो कि फादर स्टेन स्वामी का निधन आज दोपहर हुआ है. वो मुंबई में इलाजरत थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. आठ महीने से भी अधिक समय से वे मुंबई के तलोजा जेल में थे. मंबई हाईकोर्ट में उनकी जमानत पर सुनवाई चल रही थी.
उच्च स्तरीय जांच हो: नेताओं ने बयान में कहा कि 84 साल के बुजुर्ग जो न ही सही से बोल सकते थे, और न ही चल सकते हैं. ऐसे व्यक्ति पर आरोप लगाकर सरकार ने जेल भेजा. जिनका आज निधन हुआ. नेताओं ने कहा कि उनके निधन से झारखंड सहित पूरे देश में मानवाधिकार पर काम करने वाले लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है. साथ ही राज्य सरकार से मांग की गई कि फादर के मामले की उच्च स्तरीय जांच हो. जिससे असलियत को जनता के सामने लाने की प्रयास किया जा सके.