धनबाद : झरिया बिजली तार हादसे को लेकर 23 नवंबर को सीपीआईएम ने झरिया में विरोध मार्च किया तथा बिजली विभाग का पुतला फूंका. हादसे में अब तक एक ही परिवार के दो सदस्यों की मौत हो चुकी है. दो सदस्य अस्पताल में जीवन और मौत से जुझ रहे हैं. यह हादसा 8 नवंबर को हुआ था. हादसे में पांच लोग बुरी तरह झुलस गए थे, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल थे. हादसे से आहत परिवार को 50-50 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए 23 नवंबर को सीपीआईएम ने झरिया में विरोध मार्च किया . बिजली विभाग का पुतला फूंका. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मुआवजा नहीं देने पर बिजली विभाग के खिलाफ एफआईआर
विरोध मार्च में शामिल पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि आपदा नियम के मुताबिक सरकार बेहतर इलाज की व्यवस्था करे और मृतक के परिजनों को 50-50 लाख रुपए मुआवजा दे. इलाज नहीं करवाने और मुआवजा नहीं देने पर सीपीआईएम बिजली विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगी. सीपीआईएम के विरोध मार्च में मृतक के परिजन भी शामिल हुए तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ झरिया स्थित बिजली कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों को रखा. परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही से यह हादसा हुआ. झरिया में बिजली तार की लचर व्यस्था है. सुरक्षा का कहीं भी इंतजाम नहीं है.
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