Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर एम्स में होने वाली नियुक्तियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग की है. सीएम ने इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को एक पत्र लिखा है. हेमंत ने कहा है कि देवघर में स्थापित होने वाला एम्स से लोगों को कई तरह की चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी. इसमें उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा भी शामिल हैं. ऐसे में यह भी जरूरी है कि यहां पर होने वाली नियुक्तियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिले, ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया हो सके.
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स्थानीय लोगों को 75 प्रतिशत आरक्षण मिले
पत्र में सीएम ने कहा कि निजी क्षेत्र में स्थानीय लोगों को 75 प्रतिशत आरक्षण मिले. इसी प्राथमिकता के साथ झारखंड सरकार ने विधानसभा से एक बिल पास किया है. बिल का नाम ‘द झारखंड स्टेट एम्प्लॉयमेंट ऑफ लोकल कैंडिडेट बिल-2021’ हैं. लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि झारखंड में स्थापित होने वाले एम्स के सिक्यूरिटी पर्सनल में 90 प्रतिशत बाहरी लोगों की नियुक्ति होने की जानकारी आ रही हैं. हेमंत सोरेन ने कहा कि देवघर में एम्स बनाने के पीछे क्षेत्र के लोगो की आर्थिक उत्थान भी एक प्रमुख कारण है. इसके लिए देवघर एम्स को अपने यहां नियुक्ति में ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्राथमिकता दे.
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अपील कर कहा है कि उनके इस मांग पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि झारखंड के स्थानीय लोगों को यहां पर नौकरी मिलना सुनिश्चित हो सके.