NewDelhi : प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार की रेटिंग में दो साल में 24 फीसदी गिरावट आयी है. यह दावा Localcircles.com के एक सर्वे में किया गया है. सर्वे के अनुसार पोल में शामिल होने वाले आधे लोगों ने माना कि पीएम कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी सही से नहीं संभाल पाये. कहा गया है कि लोकल सर्किल्स पिछले सात साल से सरकार का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड मापने के लिए सिटिजन सर्वे के जरिए इस तरह का वार्षिक मूल्यांकन करता आ रहा है.
इसे भी पढ़ें : राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी आजतक कोरोना को समझ नहीं पाये, जावड़ेकर ने कहा, लोग उनकी नौटंकी पहले ही नकार चुके हैं
30 मई को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे हो जायेंगे
ताजा सर्वे का निष्कर्ष ऐसे समय पर सामने आया है, जब 30 मई 2021 को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे हो जायेंगे पोल के अनुसार मोदी सरकार की सिटिजन रेटिंग में कमी आने की वजह कोरोना की दूसरी लहर को ठीक से न संभाल पाना रहा. लेकिन लोगों ने पहली लहर के दौरान मोदी सरकार द्वारा किये कामों और उठाये गये कदमों को सराहा.
इसे भी पढ़ें : महुआ मोइत्रा का पीएम पर तंज, 15 लाख के लिए सात साल से वेट कर रहे हैं, थोड़ा आप भी इंतजार कर लीजिए
दो साल के काम पर 49 प्रतिशत ने कहा, जितना सोचा था, वह उससे कम है
इस सवाल पर कि मोदी सरकार 2.0 के साल के काम को कैसे देखते हैं? 21 प्रतिशत लोगों का जवाब था कि यह उम्मीदों से आगे निकला. 30 प्रतिशत ने कहा कि यह आशाओं पर खरा उतरा, जबकि 49 प्रतिशत का मानना है कि जितना उन्होंने सोचा था, वह उससे कम है. पिछले दो सालों में बेरोजगारी की चुनौती से निपटने में सक्षम होने के सवाल पर 27 फीसदी लोगों ने हां और 61 फीसदी ने न में जवाब दिया. 12 प्रतिशत ने कहा क वे इस बारे में कुछ कह नहीं सकते.
इसे भी पढ़ें : आलोचना झेल रही केंद्र सरकार ने कहा, वैक्सीन तैयार करने और टेस्टिंग में समय लगता है, यह रातों रात संभव नहीं
भारत की छवि में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुधार पर 59 फीसदी लोगों ने हां कहा
पिछले दो सालों में भारत की छवि और प्रभाव में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुधार को लेकर 59 फीसदी लोगों ने हां कहा. 35 प्रतिशत का नहीं में जवाब था. जबकि छह फीसदी लोगों की राय स्पष्ट नहीं थी. भारत के खिलाफ आतंकवाद को लेकर 70 फीसदी ने हां कहा, 24 प्रतिशत ने नहीं में जवाब दिया. सांप्रदायिक सौहार्द कायम कराने और उसमें सुधार लाने में सफलता को लेकर 49 फीसदी ने हां कहा. 45 प्रतिशत ने कहा, नहीं और छह फीसदी ने कहा कि वे इस पर कुछ कह नहीं सकते।.
दावा किया गया है कि ताजा सर्वे के लिए लोकल सर्किल्स लोगों के पास पहुंचा और उनसे पिछले दो साल में मोदी सरकार के 15 क्षेत्रों की रेटिंग करने के लिए कहा. जानकारी के अनुसार, देश के 280 जिलों के 70 हजार लोगों से करीब 1,69,000 प्रतिक्रियाएं मिलीं. प्रतिभागियों में 69 प्रतिशत पुरुष और 31 फीसदी महिलाएं शामिल थीं. इससे पहले, छह मार्च, 2019 को जारी हुए सर्वे में सामने आया था कि 75 प्रतिशत लोगों ने माना कि मोदी सरकार के पांच सालों का पहला कार्यकाल उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा था या उससे आगे निकला था.