LagatarDesk : भागती-दौड़ती जिंदगी में जब फुर्सत मिलती है तो आइना हमसे एक साथ कई शिकायतें करता नजर आता. उम्र की रेखाएं पसरती हैं तो कई बार जिंदगी हाथ से निकलती सी नजर आती है. शुक्र है चिकित्सा विज्ञान ने अब इतनी तरक्की कर ली है कि 42 की उम्र में आप 24 के दिख सकते हैं. इसके लिए दो तरह के तरीके अपनाये जाते हैं. पहला सर्जिकल और दूसरा नॉन सर्जिकल. सर्जिकल जिसके तहत प्लास्टिक सर्जरी या फेस लिफ्टिंग की जाती है. सर्जिकल में चीड़-फाड़ के जरिये समस्या का समाधान किया जाता है. वहीं नॉन सर्जिकल मेथड में दो तरीके इंजेक्टेबल और नॉन इंजेक्टेबल को अपनाया जाता है. प्रभावित त्वचा और ट्रीटमेंट मेथड के अनुसार, इसका असर दस दिन से दो साल तक नजर आता है. इसके अलावा लाइफ स्टाइल और खानपान से जुड़ी आदतों से भी चेहरे पर फैल रही झुर्रियों पर कुछ हद तक नियंत्रण किया जा सकता है.
इशान स्किन केयर हॉस्पिटल, रांची के डर्मोलॉजिस्ट और लेप्रोलॉजिस्ट डॉ सरोज राय ने कुछ ट्रीटमेंट और उपायों को बताया है. तो आइये आपको भी इससे रूबरू कराते हैं.
बोटोक्स
बोटोक्स यानि न्यूरोटॉक्सिस इंजेक्टेबल मेथड में मसल्स को इजेंक्शन से रिलैक्स किया जाता है. इससे फाइन लाइन कम होता है. 20 से 40 साल की उम्र के लोगों के लिए यह प्रभावी है. इसमें फोरहेड, आंखें, नाक, होंठ, गले आसपास की त्वचा से उम्र का प्रभाव कम होता है. इसका असर चार से 6 महीने तक रहता है. आमतौर पर इस ट्रीटमेंट में 6000 से 10000 तक का खर्च आता है.
डर्मा फिलर
डर्मा फिलर में हायल्यूरॉनिक एसिड को इंजेक्शन के जरिए प्रभावित एरिया तक पहुंचाया जाता है. इससे मसल्स में कसाव आता है. इसका असर छ: महीने से दो साल तक रहता है. खर्च की बात करें तो 25000 रुपए से दो लाख रुपए तक खर्च हो सकता है.
पीआरपी
पीआरपी यानि प्लेटलेट रिच प्लाज्मा ट्रीटमेंट में आपके शरीर का रक्त लेकर उसके ग्रोथ वाले तत्व को प्रभावित एरिया में इंजेक्ट किया जाता है. एक महीने में एक बार यह ट्रीटमेंट लिया जाता है और 3-4 महीने तक लगातार दिया जा सकता है. 20 वर्ष की उम्र के बाद के उम्र वालों के लिए यह थेरेपी प्रभावशाली है. इसमें 6000 रुपए से 25000 रुपए तक खर्च लगता है.
माइक्रोडर्मा ब्रेजन
माइक्रोडर्मा ब्रेजन को स्किन पॉलिशिंग भी कहते हैं. इसमें डेड सेल्स को हटाया जाता है और नया स्किन पुर्नजीवित हो जाता है. आमतौर पर दस दिन तक इसका असर रहता है. इन दिनों इसके लिए लोग घर में भी मशीन रखते हैं. जिसकी कीमत ब्रांड के अनुसार 5000 रुपए से 25000 रुपए तक है.
लेजर ट्रीटमेंट
लेजर ट्रीटमेंट में लेजर त्वचा के भीतर जाकर बेस बनाता है जिससे नया कोलेजन फाइबर और इलेस्टिक फाइबर बनाता है. एजिंग पर दो कारण असर दिखाते, एक अंदरूनी यानि जेनेटिक कारण और दूसरा बाहरी जैसे सूर्य की किरणे. धूप से डैमेज स्किन की रिपेयरिंग लेजर करता है. यह थोड़ी दर्द भरी प्रक्रिया है जिसमें त्वचा के लाल होने जैसी समस्या हो सकती है. इसमें 6000 रुपए से 10000 रुपए तक खर्च आता है. इस ट्रीटमेंट का असर दस-पंद्रह दिन में ही नजर आने लगता है. त्वचा कसी और चमकदार नजर आने लगती है.
हाईफू
हाईफू यानि हाईइंटेंसिटी फोकस अल्ट्रासाउंड में अल्ट्रासाउंड वेव के जरिए त्वचा में कसाव लाया जाता है. इससे कोलेजन का निर्माण बेहतर होने लगता है. यह सिंगल सीटिंग ट्रीटमेंट है जो प्रभावित त्वचा के अनुसार एक से दो साल तक प्रभावी रहता है.
थ्रेड लिफ्टिंग
थ्रेड लिफ्टिंग में तागा को त्वचा के भीतर सूई के जरिए पार कराया जाता है. इससे स्किन टाइटनिंग होती है. एक बार में चार तागा तक उपयोग में लिया जाता है. पांच से दस हजार रुपए खर्च आता है. इसका प्रभाव एक से डेढ़ साल तक रहता है.
फैट ग्राफ्टिंग
मरीज के हाथ या त्वचा से फैट लेकर चेहरे के गड्ढे पर लगाया जाता है. चूंकि इसमें फैट सेल है, इसलिए यह जल्दी नष्ट नहीं होता. इसका असर चार-पांच साल रहता है.
हाइड्रो फेशियल
हाइड्रो फेशियल में पहले त्वचा को एक्सफोलिएशन कर मशीन की सहायता से त्वचा की ऊपरी सतह की मृत त्वचा हटाई जाती है. फिर ग्लायकोलिक तथा सेलिसिलिक एसिड को चेहरे पर लगाया जाता है. अंत में एंटी एजिंग के सीरम मशीन की सहायता से स्किन के अंदर पहुंचाया जाता है. चार-पांच महीने तक महीने में एक बार यह फेशियल कराया जाता है. बाद में साल में एक या दो बार कराना काफी होता है. एक सीटिंग में आमतौर पर 9000 रुपए तक खर्च आता है.
42 की उम्र में 24 के दिखने के लिए ये उपाय भी हैं काम के
- रेटिनॉल युक्त नाइट क्रीम का इस्तेमाल करें.
- त्वचा पर उम्र का असर पड़ने का एक बहुत बड़ा कारण सूर्च की किरणें हैं जो फ्री रेडिकल्स बनाती हैं. मौसम चाहे जो भी हो, सनस्क्रीन नियमित लगाएं.
- खानपान में हेल्दी डाइट अपनाएं.
- नियमित एक्सरसाइज करें.
- मेडिकल सुपरविजन में कोलेजन शॉर्ट्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. उम्र के असर के अनुसार इसकी खुराक तय की जाती है.