New Delhi: संसद भवन के बाहर लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को उसकी जगह से अस्थायी तौर पर हटाये जाने की तैयारी हो रही है. अधिकारियों के अनुसार नये संसद भवन के निर्माण के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ध्यान मुद्रा वाली प्रतिमा को कुछ दिनों के लिए हटाए जा रहा है. नये संसद भवन के निर्माण के बाद इसे एक प्रमुख स्थान दिया जाएगा. बता दें कि संसद भवन के गेट नंबर एक के सामने स्थापित बापू की इस मूर्ति के आगे बैठकर ही सांसदों द्वारा सत्याग्रह के अंदाज में अपना विरोध जताने की परंपरा रही है.
इसे भी पढ़ें- शेयर बाजार की अच्छी शुरुआत, Sensex 250 और Nifty 60 अंकों से मजबूत
16 फीट की है प्रतिमा
एक अधिकारी के मुताबिक 22 महीने के निर्माण के दौरान संसद के नए भवन को साउंड-प्रूफ किया जाएगा. वहीं प्रतिमा नये विधायी एन्क्लेव में प्रतिमा का अंतिम स्थान तय किया गया था. वहीं प्रतिमा को स्थानांतरित करने का निर्णय अस्थायी रूप से लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा और प्रतिमा को स्थानांतरित करने के बाद ही इसका निर्माण शुरू होगा. गांधी की 16 फीट ऊंची प्रतिमा आगंतुकों को संसद भवन तक ले जाती है और सांसदों के जमावड़े, विरोध प्रदर्शन और प्रेस वार्ता का स्थल है.
इसे भी पढ़ें- आम लोगों की पहुंच से बाहर हुई स्मार्ट सिटी की जमीन, ऑक्शन अगले साल, बेबिनार आज
21महीने में पूरा करने का लक्ष्य तय
राजपथ पर सत्ता के गलियारे को नया रूप देने को तैयार की गई सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत मौजूदा संसद भवन के बराबर में निर्मित होने वाले नए संसद भवन का निर्माण कार्य 21 महीने में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. नये संसद भवन के निर्माण के लिए सितंबर में टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने 861.90 करोड़ रुपये की बोली लगाकर टेंडर हासिल किया था.
इसे भी पढ़ें- चाईबासा: 4 महीनों से लापता एक ही परिवार के 5 सदस्यों का कंकाल बरामद