Garhwa: जिला स्तरीय एकदिवसीय समीक्षा सह संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित इस संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसी रमेश घोलप ने की. इस कार्यक्रम में डीसी ने सभी सहियाओं और वीटीटी से सीधा संवाद किया. डीसी ने 1 जनवरी 2022 से जून 2022 तक सहियाओं के माध्यम से किए गए प्रसव का रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया. डीसी रमेश घोलप ने कहा कि सहियाएं सुनिश्चित करें कि सरकारी अस्पतालों या पंजीकृत क्लीनिकों में ही प्रसव कराने के लिए जाएं. इसे लेकर लोगों को जागरूक करें.
डीसी ने कहा कि प्रोजेक्ट स्वास्थ्य सुचिता शुरू होने से संस्थागत प्रसव में वृद्धि के साथ-साथ सदर अस्पताल से मरीजों को अन्यत्र अस्पतालों में रेफर करने की संख्या में कमी आई है. सभी लोगों को अच्छे स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित किया जा सके इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा जुलाई 2022 में प्रोजेक्ट स्वास्थ्य सुचिता की शुरुआत की गई है. प्रायः जिले में यह देखा गया कि अधिक संख्या में अवैध क्लिनिक संचालित है. जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में निवास करने वाली एक बड़ी आबादी को बिचौलियों के माध्यम से इनकी पहुंच सरकारी अस्पतालों तक रोका गया है. इसमें पैसों के साथ-साथ कई लोगों की जानें भी गई गई हैं.
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डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य सुचिता प्रोजेक्ट के सकारात्मक परिणाम मिले हैं. प्रशासन की सख्ती के बाद संसाधन और चिकित्सकों के अभाव वाले अस्पताल ने अपने लाइसेंस सरेंडर किए हैं. इससे अधिकाधिक गरीब गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और सुरक्षित संस्थागत प्रसव हो रहा है. कार्यक्रम में डीसी ने प्रखंड बरगढ़ की सहिया पोखली देवी को अच्छे कार्यों के लिए शॉल देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में बताया गया कि बरगढ़ प्रखंड के सरूवत में अस्पताल की कमी है. अस्पताल नहीं होने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. डीसी ने सिविल सर्जन गढ़वा को निर्देश दिया कि जिले के सभी सहियाओं को सरकारी और पंजीकृत अस्पतालों की सूची उपलब्ध कराएं, ताकि उनके द्वारा संस्थागत प्रसव के लिए लोगों में जागरुकता फैलाने के साथ सुरक्षित प्रसव कराया जा सके.
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