Kolkata : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस क्रम में ममता ने देश के सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों और सीनियर नेताओं से केंद्र के तानाशाही रवैये के खिलाफ बिना डरे आवाज बुलंद करने की अपील करते हुए बॉलिवुड की मशहूर फिल्म शोले के डायलॉग का इस्तेमाल किया, जो डरते हैं, वो मरते हैं…
बंगाल ने कभी हारना नहीं सीखा है.
बता दें कि ममता ने मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को लेकर जारी रस्साकसी के मसले पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर संघीय व्यवस्था और ब्यूरोक्रेसी को तबाह करने की कोशिश का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, हम उनकी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं. कहा कि बंगाल ने कभी हारना नहीं सीखा है. हम हमेशा सिर ऊंचा करके ही चलेंगे.
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केंद्र और राज्य के बीच हमेशा से ही एक लक्ष्मण रेखा रही है.
उन्होंने देश के प्रमुख विपक्षी नेताओं से अपील की. कहा कि मैं विपक्षी मुख्यमंत्रियों और सीनियर नेताओं से एक साथ आकर आवाज उठाने की अपील करती हूं. केंद्र और राज्य के बीच हमेशा से ही एक लक्ष्मण रेखा रही है. जवाहरलाल नेहरू और बीआर आंबेडकर ने इस पर जोर दिया था. सरकारिया आयोग के बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी हरी झंडी मिली थी. कहा कि सलाह-मशविरे की प्रक्रिया होती है.
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केंद्र सरकार कोविड मैनेजमेंट, अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाना चाहती है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता ने स्वामी विवेकानंद और गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के विचारों पर बात की. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हिटलर, स्टालिन जैसे तानाशाहों की तरह व्यवहार कर रहे हैं. ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार यह सब करके कोविड मैनेजमेंट, अर्थव्यवस्था, कृषि समस्या जैसे जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है.
बता दें कि केंद्र सरकार और ममता बनर्जी के बीच जारी अदावत के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया. 31 मई को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था जो तीन महीनों के लिए बढ़ाया गया था. उन्हें केंद्र सरकार ने वापस बुला लिया था, लेकिन वे नहीं गये. ममता बनर्जी ने उन्हें अपना विशेष सलाहकार नियुक्त किया है. वह अगले तीन साल तक इस पद पर रहेंगे. वहीं, अपर मुख्य सचिव गृह एचके द्विवेदी को बंगाल का नया CS बनाया गया है.
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