Manoharpur : पिछले 6 अक्टूबर की सुबह पोसैता स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक से रेलकर्मी उमेश कच्छप का शव बरामद किया गया था. उसकी हत्या 5 अक्टूबर की रात में धारदार हथियार से की गई थी. हत्या का उद्भेदंन मनोहरपुर पुलिस ने चार दिनों के अंदर करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बिरसा तिर्की ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. उमेश कच्छप की चाची के साथ बिरसा के अवैध संबंध थे, जिसका उमेश विरोध करता था. जिले के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने हत्या के आरोपी गनमोर निवासी बिरसा तिर्की को शनिवार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को रविवार को जेल भेज दिया गया. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार सब्बल को भी बिरसा तिर्की की निशानदेही पर पोसैता निवासी जावनी तिर्की के घर की छत से बरामद कर लिया है.
एक दिन पहले भी हुआ था आरोपी से उमेश का झगड़ा
मनोहरपुर थाने में आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी देते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउद किड़ो ने बताया कि उक्त हत्या नाजायज संबंध का विरोध करने पर अभियुक्त द्वारा अंजाम दिया गया है.उन्होंने बताया कि मृतक रेलकर्मी उमेश की चाची व आरोपी के बीच अवैध संबंध है. जिसका उमेश हमेशा विरोध करता था, जिसे लेकर उमेश व बिरसा के बीच 4 व 5 अक्टूबर को झगड़ा भी हुआ था. 5 अक्टूबर की रात पोसैता आकर करीबन 9 बजे जब उमेश ड्यूटी करने जाने लगा तब रेल पटरी के पास अवस्थित पीसीसी सड़क पर बिरसा उसका पीछा करते हुए आया और पीछे की ओर से सब्बल से पहले उसके हाथ पर वार किया, जिससे उमेश मौके पर ही गिर गया. जिसके बाद बिरसा ने उमेश के सिर, गले और चेहरे पर सब्बल से घोंप-घोंप कर उसकी हत्या कर दी. उसके बाद उसने उसके शरीर को हिला-डुलाकर निश्चिंत हो गया कि उमेश की मौत हो गई है. तब उसने कंधे पर शव को उठाकर रेल पटरी के किनारे रख दिया और फरार हो गया. उसके बाद घटनास्थल के पास के एक गड्ढे में उसने सब्बल और खून के छींटों से भरे अपने कपड़े को धोया. फिर नहाया और जावनी के घर जाकर सब्बल को उसके घर की फंूस की छत पर रख दिया. पुलिस के अनुसंधान में उक्त बातों का खुलासा हुआ.