RANCHI: बदलते समय के साथ माओवादियों ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है. माओवादी अब सुरक्षाबलों से आमने सामने की लड़ाई से बच रहे हैं.मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की गतिविधियों पर माओवादियों की नजर होती है. बाजार या सुनसान जगह पर सुरक्षाबलों की लूज मूवमेंट का फायदा माओवादी उठा रहे हैं. हाल के महीनों में देखा जाए तो कई बार माओवादियों के द्वारा सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया गया है.
घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने कि पांच पुलिसकर्मियों की हत्या
सरायकेला जिले के चांडिल के पास तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकडु साप्ताहिक हाट में बीते वर्ष 14 जून 2019 की शाम 5.45 घात लगाकर बैठे ने नक्सलियों ने पुलिस के गश्ती दल पर हमला कर दिया. इसमें दो एएसआई सहित पांच जवान शहीद हो गए थे. नक्सलियों ने पहले जवानों पर भुजाली से हमला किया फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की. नक्सली पुलिस के हथियार लूटकर भाग गए. पुलिस के ड्राइवर सुखलाल कुदादा ने जंगल में भागकर अपनी जान बचाई थी. शहीद हुए जवानों में एएसआई मनोधन हासदां, एएसआई गोवर्धन पासवान, कांस्टेबल युधिष्ठिर मालुवा, कांस्टेबल धनेश्वर महतो और कांस्टेबल डिबरू पूर्ति का नाम शामिल थे.
लातेहार में किये गये हमले से 4 जवान हुए थे शहीद
लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के लुकइया मोड़ में 22 नवंबर 2019 की रात घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी पर हमला कर दिया था. इस नक्सली हमले में चंदवा थाना में पदस्थापित एएसआइ सुकरा उरांव समेत चार जवान शहीद हो गये थे. शहीद होने वालों में सुकरा उरांव के अलावा चालक यमुना प्रसाद, शंभू प्रसाद और सकेंद्र सिंह भी शामिल थे.
नक्सलियों की फायंरिग से एक जवान और एक एसपीओ हुए थे शहीद
चाईबासा के कराईकेला में सर्च ऑपरेशन पर निकले जवानों पर बीते 31 मई 2019 को नक्सली कमांडर सुभाष उर्फ लोडरो मुंडा ने दस्ते के साथ हमला कर दिया था. नक्सलियों की अचानक की गई फायरिंग में पोड़ाहाट एसडीपीओ नाथू सिंह मीणा के बॉडीगार्ड लखींद्र मुंडा व कराईकेला थाना के अस्थायी चौकीदार सह एसपीओ सुंदर स्वरूप महतो शहीद हो गए था.
गश्त पर निकले पुलिस पर नक्सलियों ने किया था हमला
लोहरदगा के नक्सल प्रभावित इलाके सेरेंगदाग में बीते 30 अक्टूबर को गश्त पर निकली पुलिस टीम और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गयी. माओवादियों ने पहले आइइडी विस्फोट किया और उसके बाद जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. साथ ही हैंड ग्रेनेड से भी हमला किया. गश्ती टीम ने भी जवाबी फायरिंग की. खुद को कमजोर पड़ता देखकर नक्सली फायरिंग करते हुए जंगल में भाग गये. इस मुठभेड़ में लोहरदगा जिला बल के हवलदार उपेंद्र कुमार सिंह (58 वर्ष) और सैप के जवान अंजनी कुमार पांडेय (56 वर्ष) घायल हो गये थे.