Ratu/Ranchi : वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड एवं स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में रातू में स्त्री रोग चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण शिविर व मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. शिविर का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और राष्ट्रीय आईएमए के अध्यक्ष डॉ जे ए जयालाल ने किया.
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महिला स्वास्थ्य शिविर में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कनिका गुप्ता की टीम ने शिविर में महिला मरीजों की जांच की. साथ ही झारखंड की 40 सरकारी स्त्री रोग विशेषज्ञों को सर्वाइकल प्री-कैंसर के डिजिटल वीडियो कॉलपोस्कॉप से जांच एवं क्रायो से उपचार का प्रशिक्षण दिया गया.
कैंप में कुल 250 मरीजों की जांच की गयी
कैंप में कुल 250 मरीजों की जांच की गयी. इनमें से 8 महिलाओं में सर्वाइकल पॉलिप मिला, जिसे हटाने के लिए उन्हें सदर हॉस्पिटल रांची बुलाया गया है. एक महिला में सर्वाइकल कैंसर स्टेज 3 पाया गया. जिसे रेडिओ थेरेपी के लिए रेफर किया गया. 18 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर पाया गया जिन्हें कैंप स्थल पर ही कोल्पोस्कोप गाइडेड क्रायो ट्रीटमेंट दे कर कैंसर से मुक्त किया गया.
शिविर में आयी 40फीसदी महिलाओं को जननांग संबंधी इन्फेक्शन पाया गया. उनके बीच Kit 2 एवं Kit 6 की गोलियां मुफ्त बांटी गय शिविर में आयी सभी महिलाओं को 1 महीने की आयरन फोलिक एसिड एवं एवं कैल्शियम की गोलियां भी निशुल्क दी गयी.
रांची को सर्वाइकल कैंसर मुक्त करने के लिए योजना
जानकारी दी गयी कि सदर अस्पताल में हर माह 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के तहत कैंप लगाया जायेगा. सहिया के द्वारा लक्षण वाली एवं हाई रिस्क कैटेगरी की महिलाओं को चिन्हित कर रांची सदर अस्पताल में बुलाकर उनकी कोलपोस्कोप से वाया स्क्रीनिंग की जायेगी और जरूरत पड़ने पर क्रायों से उपचार भी किया जायेगा. बता दें कि इस योजना के तहत 100 रुपये का मानदेय भी सहियाओं को दिया जाता है, जिससे से उन्हें आने जाने में सहूलियत हो.
महिलाओं को नया जीवन मिल रहा है : डॉ भारती कश्यप
वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कहा कि 2015 में हमने सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान पूरे झारखंड में शुरू किया. कहा कि झारखंड के 23 सदर अस्पतालों में से 11 सदर अस्पतालों में हम सर्वाइकल कैंसर की जांच एवं उपचार की मशीन लगाने में सफल हुए.
डॉ भारती कश्यप ने कहा कि मैंने खुद रांची सदर अस्पताल में अपने वित्तीय सहयोग से मशीन लगायी. आज रातू के कैंप में हम इसी मशीन को लेकर आये हैं. इसी मशीन के माध्यम से महिलाओं को आज इस कैंप में नया जीवन मिल रहा है. बताया कि कई बार अमेरिका, दिल्ली और कोलकाता के कैंसर स्त्री रोग विशेषज्ञ के माध्यम से सरकारी स्त्री रोग विशेषज्ञों को प्रशिक्षण दिलवाया गया है.
6 फीसदी महिलाओं की स्क्रीनिंग पूरी करना जरूरी
डॉ भारती कश्यप के अनुसार अगर हम प्रजनन क्षमता वाली महिलाओं की जनसंख्या की हाई-रिस्क केटेगरी एवं लक्षण वाली 6 फीसदी महिलाओं की स्क्रीनिंग पूरी कर लें ,तो सर्वाइकल कैंसर को हम प्री-कैंसर की स्टेज में ही पकड़ लेंगे. क्रायो उपचार के द्वारा उसे ठीक किया जा सकता है. कहा कि इस तरह हम एक साल में सर्वाइकल कैंसर पर अपने राज्य में रोक लगा सकेंगे, बशर्ते लगातार हर माह पूरे राज्य के सरकारी अस्पतालों में चल रही स्क्रीनिंग की समीक्षा हो.
कहा कि राज्य की सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग में प्रजनन क्षमता वाली वैसी 6फीसदी महिलाओं को शामिल करना जरुरी है जो हाई-रिस्क कैटेगरी और संभावित लक्षण वाली हैं. यह संख्या 2,70,000 है यानी तीन लाख के करीब है. रांची में संख्या 22000 के करीब है.
हमें मां की कोख का महत्त्व समझना चाहिए : बन्ना गुप्ता
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम सभी को मां की कोख के महत्त्व को समझना चाहिए, क्योंकि हम सब इसी कोख से जन्मे हैं. इसलिए मां-बहनों को बचाना बहुत जरूरी है. कहा कि मां सृजन कर्ता होती है. हमारे वैज्ञानिक रक्त की एक बूंद नहीं बना सके हैं. बन्ना गुप्ता ने कहा कि पुरुषों के साथ सम्बन्ध सर्वाइकल कैंसर का बड़ा कारण होता है. पुरुषों का यह कर्तव्य हैकि घर की महिलाओं की सही समय पर जांच करायें
उन्होंने कहा कि सहिया बहनों की कम मासिक भत्ता की शिकायत से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया है. कहा कि सहियाओं ने कोरोना काल में बहुत अच्छा काम किया है. इस क्रम में उन्होंने कहा कि वह राज्य के सरकारी अस्पतालों में प्रजनन क्षमता वाली वैसी 6 फीसदी महिलाएं, जो हाई-रिस्क कैटेगरी और संभावित लक्षणों वाली हैं, उनकी सर्वाइकल कैंसर की जांच और इलाज सुनिश्चित करायेंगे.