Moscow : सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति (1990-91) मिखाइल गोर्बाचेव नहीं रहे. खबर है कि गोर्बाचेव का 91 साल की उम्र में निधन हो गया. रूसी समाचार एजेंसी ने सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल के हवाले से जानकारी दी है कि लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. मिखाइल गोर्बाचेव ग्लासनोस्ट (खुलेपन) और पेरेस्त्रोइका (परिवर्तन) की अवधारणाओं को पेश कर पूरी दुनिया में मशहूर हो गये थे. जान लें कि मिखाइल ने बिना रक्तपात के शीत युद्ध को खत्म करा दिया था,हालांकि वे सोवियत संघ के पतन को रोकने में नाकाम रहे थे.
Former Soviet President Mikhail Gorbachev, who ended the Cold War, dies aged 91, said Russian news agencies: Reuters
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— ANI (@ANI) August 30, 2022
सोवियत संघ के टूटने पर दुखी थे गोर्बाचेव
मास्को में 25 दिसंबर 1991 को सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने टीवी पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इस्तीफे की घोषणा की थी. गोर्बाचेव ने सोवियत गणराज्य के पतन को रोकने में विफल रहने पर अफसोस जताया था. गोर्बाचेव ने अपने संस्मरणों में लिखा था कि मुझे आज भी इसका दुख है कि मैं अपने पोत को शांत समुद्र तक नहीं ला सका और देश में सुधार पूरा करने में विफल रहा.
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गरीब परिवार में जन्मे गोर्बाचेव स्टालिन के शासन में बड़े हुए
2 मार्च 1931 को एक गरीब परिवार में जन्मे गोर्बाचेव स्टालिन के शासन में बड़े हुए थे. द्वितीय विश्व युद्ध के समय में जर्मन कब्जे को काफी करीब से अनुभव किया. युद्ध के बाद उन्होंने मास्को में कानून की पढ़ाई की थी. कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने ग्लासनोस्ट और पेरेस्त्रोइका की अवधारणाओं को पेश किया. गोर्बाचेव 1985 में सोवियत संघ के नये नेता चुने गये थे.
वह 1985 से 1991 तक सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव रहे. 1988 से 1989 तक वह सुप्रीम सोवियत के प्रेसिडियम के अध्यक्ष थे. 1988 से 1991 तक वह स्टेट कंट्री हेड रहे. 1989 से 1990 तक उन्होंने सुप्रीम सोवियत के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. नोबेल समिति ने मिखाइल गोर्बाचेव 1990 में शांति पुरस्कार से सम्मानित किया था.
मिखाइल से मिलना एक सम्मान की बात थी : अरनॉल्ड
Arnold Schwarzenegger recalls meeting former Soviet President Mikhail Gorbachev
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अरनॉल्ड ने मिखाइल गोर्बाचेव के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया- एक पुरानी कहावत है, “Never meet your heroes.” मुझे लगता है कि यह कुछ सबसे खराब सलाह है, जो मैंने सुनी है. मिखाइल गोर्बाचेव मेरे नायकों में से एक थे. उनसे मिलना एक सम्मान और खुशी की बात थी. मैं अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली था कि उन्हें एक दोस्त कहा. हम सभी उनके शानदार जीवन से सीख सकते हैं