Ranchi : बुधवार को विधानसभा की दूसरी पाली में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के बजट पर सदन में चर्चा हो रही थी. इस बीच महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गोड्डा के इंजीनियरों पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने सदन में कहा कि गोड्डा में पेयजल विभाग में ऊपर से नीचे तक सभी मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. सभी मिलकर एक नेक्सेस चला रहे हैं. मनमाने तरीके से जिसे चाहे, उसे ठेकेदारी दी जा रही है. शिकायत करने के बाद भी सिर्फ जांच का भरोसा दिया जाता है. किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.
सदन में उन्होंने तारांकित सवाल के माध्यम से इस बारे सवाल भी किया. सवाल के जवाब में ही विभाग की तरफ से माना गया है कि जिस मामले की जांच हो रही है, विभाग की तरफ से उसे पेमेंट भी किया गया है.

क्या है दीपिका पांडे सिंह का आरोप
विधायक दीपिका पांडे सिंह ने आरोप लगाया कि गोड्डा के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार अपने चहेते नवीन चंद्र ठाकुर और सुशील कुमार भगत को करोडों रुपए के बोरिंग का काम दे दिया है. इसपर विभाग का कहना है कि जिसे भी काम मिला है, उसे अधीक्षण अभियंता देवघर की तरफ से ई-ऑक्शन के जरिए काम दिया गया है. लेकिन दीपिका पांडे सिंह के दूसरे सवाल में विभाग ने जो जवाब दिया है, वो चौंकाने वाला है.
विधायक ने पूछा कि क्या जब बोरिंग के काम अनियमितता की शिकायत उनकी तरफ से की गयी, तो जांच नहीं करायी गयी और साथ ही ठेकेदारों को पेमेंट भी कर दिया गया. विभाग ने इसका जवाब दिया है कि उनकी शिकायत के बाद मामले में जांच हुई. आरोपी इंजीनियर कार्यपालक अभियंता गोड्डा को शो-कॉज किया गया है. विभाग आगे अपने जवाब में कह रहा है कि जांच के बीच ही ठेकेदारों को पेमेंट भी किया गया है, लेकिन पूरी मापी कर पेमेंट किया जाना बाकी है.

दीपिका ने कहा- मैंने इंजीनियर को शोकॉज भी दिया था
दीपिका पांडे सिंह ने लगातार.इन से बात करते हुए कहा कि गोड्डा जिले में विभाग की तरफ से कई अनियमितता के मामले सामने आए हैं. मैंने एक मामले में शिकायत की. जांच भी चल रही है. कार्यपालक अभियंता को शोकॉज भी किया गया है. इसके बावजूद काम कर रहे ठेकेदारों को पेमेंट कर दिया गया. इससे विभाग में ठेकेदारों की पहुंच समझी जा सकती है. सबकी मिलीभगत से विभाग में ऐसा हो रहा है.
