Ranchi: मनरेगा योजना के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर ग्रामीण विकास विभाग ने कई नयी पहल की शुरुआत की है. इस क्रम में चैनपुर, अनगड़ा, बेड़ो गोला और सतबरवा प्रखंड की महिला मेट से मनरेगा आयुक्त ने सीधा संवाद किया. महिला मेट रिंकी देवी ने बताया कि इनके द्वारा पहले जब वे मनरेगा से जुड़ी तो उनके गांव के लोगों का जॉब कार्ड बनवाया गया और बैंक में खाता खुलवाया गया. लोगों को मनरेगा से जोड़ने के बाद इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत बनी. ग्रामीणों की आजीविका में बढ़ोतरी हुई. पहले ज्यादा पुरुष लोग मनरेगा में कार्य करते थे, लेकिन महिला मेट द्वारा महिलाओं को आगे लाने के बाद महिलाओं की भागीदारी भी मनरेगा में तेजी से बढ़ रही है.
उन्होंने बताया कि अब महिला मजदूर स्वयं बैंक जाकर पैसे की निकासी और जमा करती हैं. वह किसी पर आश्रित नहीं रहती है. मनरेगा से जुड़ने के बाद महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है. साथ ही साथ महिलाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आया है.
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महिलाओं में मनरेगा को लेकर जागरुकता फैलायी है
मनरेगा मेट से सीधा संवाद में रिंकी देवी के कार्यों की मनरेगा आयुक्त द्वारा सराहना की गयी. इसके बाद मनरेगा आयुक्त ने अनगड़ा और सतबरवा प्रखंड की अन्य मनरेगा मेट दीदी से बात की. मनरेगा आयुक्त ने कहा कि वे स्वयं भी इन प्रखंडों में जाकर मनरेगा मेट के काम को देखेंगे कि इनलोगों ने किस प्रकार महिलाओं में मनरेगा को लेकर जागरुकता फैलायी है. मनरेगा आयुक्त ने कहा कि सभी प्रखंड और पंचायतों में महिलाओं को मनरेगा से जोड़ने के लिए अभियान चलाकर कार्य किया जाएगा, ताकि महिलाएं किसी पर आश्रित ना हो और वे स्वयं आत्मनिर्भर बन सकें.
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