LagatarDesk : शेयर बाजार में पेटीएम की खराब लिस्टिंग से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. इसके बाद इंडियन पेमेंट फर्म MobiKwik संतर्क हो गया है. जिसके बाद MobiKwik के सीईओ बिपिन प्रीत सिघ ने बड़ा फैसला लिया है. सीईओ ने कहा कि इस महीने MobiKwik का आईपीओ बाजार में नहीं आयेगा. कंपनी ने आईपीओ लाने की योजना को आगे टाल दी है.
मार्केट सिचुएशन को देखकर कंपनी लायेगी आईपीओ
MobiKwik के फाउंडर की घोषणा के बाद निवेशक निराश हो गये हैं. बिपिन प्रीत सिघ ने कहा कि बजाज फाइनेंस समर्थित मोबिक्विक सार्वजनिक हो जायेगा. जब कंपनी को लगेगा कि MobiKwik का आईपीओ सफल होगा. तब कंपनी मार्केट में अपना आईपीओ लायेगी. यानी कब तक इसका आईपीओ आयेगा ये कहना थोड़ा मुश्किल है. कंपनी मार्केट के हालात देखकर मार्केट में अपना आईपीओ उतारेगी.
इसे भी पढ़े : Bloomberg की रिपोर्ट : कृषि कानून पर बैकफुट पर आयी मोदी सरकार अब श्रम कानून टालने की जुगत में
आईपीओ के जरिये 1900 करोड़ जुटायेगी कंपनी
बता दें कि मोबिक्विक को पिछले महीने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबीI) से आईपीओ के लिए मंजूरी मिली थी. कंपनी इस आईपीओ के जरिये 1900 करोड़ रुपये जुटायेगी. आईपीओ के तहत 1,500 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी किये जायेंगे. इसके अलावा कंपनी के प्रमोटर और शेयर होल्डर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिये 400 करोड़ के शेयरों की बिक्री करेंगे.
पेटीएम के खराब प्रदर्शन का बाजार में असर
पेटीएम के आईपीओ की खराब लिस्टिंग के बाद बैंकर्स और एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी थी. एक्सपर्ट्स ने कहा कि पेटीएम के खराब प्रदर्शन से भविष्य की पेशकशों पर असर पड़ेगा. जिसका असर अब दिखने लगा है क्योंकि जितनी भी कंपनियां आईपीओ लाने वाली है. शायद भी अपनी योजनाओं को टाल सकती है.
इसे भी पढ़े : अगर क्रिप्टो हुआ बैन तो इनवेस्टर्स पर पडे़गा असर, क्रिप्टो एक्सचेंज पर नहीं कर पायेंगे ट्रांजैक्शन
मोबिक्विक के 1 करोड़ से हैं ज्यादा यूजर्स
मोबिक्विक से हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजैक्शन होते हैं. मोबिक्विक का इस्तेमाल करके फोन रिचार्ज किया जा सकता है. किसी भी तरह के बिल जमा किये जा सकते हैं. साथ ही बहुत तरह के भुगतान भी किये जा सकते हैं. बता दें कि मौजूदा समय में मोबिक्विक से करीब 30 लाख ट्रेडर्स और रिटेलर्स जुड़े हुए हैं. अभी मोबिक्विक के उपभोक्ताओं की संख्या 1.07 करोड़ से भी अधिक है.
इसे भी पढ़े : सस्ते पेट्रोल-डीजल को लेकर भारत का फैसला, स्ट्रैटेजिक रिजर्व से 50 लाख बैरल जारी होगा कच्चा तेल