Kathmandu : नेपाल की राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री रबी लामिछाने ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा है कि आपके नाम पर नेपाल में लोगों को लूटा जा रहा है. इसलिए एजेंटों के जरिए कूटनीति न करें. उन लोगों पर भरोसा करना बंद करें, जो आपके एजेंटों के नाम पर यहां काम कर रहे हैं. आप सीधी बातचीत करने के लिए आगे बढ़ें. मेरा आप से अनुरोध है कि उन लोगों को रोका जाए, जो भारतीय स्टैंड के असली विशेषज्ञ होने का दावा करते हैं. मालूम हो कि नेपाल में पुष्प दहल प्रचंड की गठबंधन वाली सरकार के सामने संकट पैदा हो गया है. उनका समर्थन देने वाली पार्टी राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने समर्थन वापस ले लिया है. इसके बाद सरकार ने फिर से गृह मंत्री बनाने से मना कर दिया.
मिडिल मैन को तैनात न करें
लामिछाने ने मोदी से कहा है कि अगर आप हकीकत में मानते हैं कि नेपाल और भारत बेहतर रिश्ते के लायक हैं, तो किसी मिडिल मैन, पत्रकार, एजेंट को तैनात न करें. इससे पहले, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने रविवार को दहल के ओर से आरएसपी अध्यक्ष रबी लामिछाने को गृह मंत्री के रूप में फिर से नियुक्त नहीं करने के फैसले के बाद प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार छोड़ने का फैसला किया. रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के सदस्य और शिक्षा, विज्ञान और टेक्नोलॉजी मंत्री शिशिर खानल ने कहा कि सरकार छोड़ने का फैसला वसुंधरा में पार्टी ऑफिस में लिया गया.
आरएसपी संसद में चौथी सबसे बड़ी पार्टी
आरएसपी नेताओं ने कहा, दहल के नेतृत्व वाली कैबिनेट में जगह बनाने वाले पार्टी नेता- मंत्री खनाल, श्रम, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा मंत्री डोल प्रसाद आर्यल, स्वास्थ्य और जनसंख्या राज्यमंत्री तोशिमा कार्की अपने पद छोड़ देंगे. लामिछाने ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अपना मंत्रिस्तरीय पोर्टफोलियो खो दिया, जिसमें कहा गया था कि संसदीय चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने जो नागरिकता प्रमाणपत्र पेश किया था, वह अमान्य था. संघीय चुनावों में 20 सीटें जीतने के बाद लामिछाने की आरएसपी संसद में चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.