NewDelhi : आतंकवाद मानवता के लिए बड़ी समस्या है. आतंक के खतरे के प्रति सावधानी और एकजुटता जरूरी है. भारत लंबे समय से आतंकवाद झेल रहा है. जीरो टॉलरेंस का रुख ही आतंकवाद को हरा सकता है. आतंकवाद और आतंकी से लड़ना दो अलग-अलग चीजें हैं. यह सब पीएम मोदी ने आज शुक्रवार को कहा, वे दिल्ली में No money for terror सम्मेलन में बोल रहे थे.
जान लें कि भारत में आज दो दिवसीय No money for terror सम्मेलन का शुभारंभ हुआ. सम्मेलन में पाकिस्तान और अफगानिस्तान को छोड़ कर 72 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. खबर है कि कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी अपने विचार रखेंगे.
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We consider that even a single attack is one too many. Even a single life lost is one too many. So, we will not rest till terrorism is uprooted: PM Narendra Modi at ‘No Money for Terror’ Conference’ in Delhi pic.twitter.com/U2b0AsX1zT
— ANI (@ANI) November 18, 2022
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#WATCH | At ‘No Money for Terror’ Conference, PM says, “…Well known that terrorist orgs get money through several sources-one is state support. Certain countries support terrorism as part of their foreign policy. They offer political, ideological & financial support to them…” pic.twitter.com/JwsK8qzVUR
— ANI (@ANI) November 18, 2022
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भारत ने विश्व से पहले आतंकवाद का झेला है
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने विश्व से पहले आतंकवाद का असर झेला है. जब तक आतंकवाद को जड़ से उखाड़ नहीं फेकेंगे, हम रुकेंगे नहीं. हम चैन से नहीं बैठेंगे. आतंकवाद मानवता पर असर डालता है. यह इकानामी पर असर डालता है. टेरर फाइनेंसिंग की जड़ पर हमला किया जाना चाहिए. कहा कि आतंक को लेकर अलग-अलग धारणाएं हैं. आतंकवाद को एक ही चश्मे से देखना चाहिए.
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर चरचा करते हुए कहा कि इसका तरीका बदल रहा है. नयी तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है. डार्क नेट और फेक करेंसी का उदाहरण देके हुए कहा कि प्राइवेट सेक्टर को आतंकवाद की रोकथाम में सहयोग देना होगा. कहा कि साइबर क्राइम और रेडिकलाइजेशन आतंक के बहुत बड़े सोर्स है.
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मोदी ने पाकिस्तान की ओर इशारा किया
अपने भाषण में पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा, कुछ देश वित्तीय और वैचारिक मदद देकर आतंक को सपोर्ट करते हैं. वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ मुहिम में भारत ग्लोबल मूमेंटम बना रहा है. कहा कि दूसरे देशों के बीच आतंक को रोकने के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन और प्रत्यर्पण संधि होनी चाहिए. पाकिस्तान का नाम लिये बिना पीएम ने कहा कि आतंकवाद को स्टेट स्पांसर नहीं करना चाहिए और वैचारिक सपोर्ट नहीं करना चाहिए. विदेश में बैठे गैंग जो अपने मूल देश के खिलाफ आर्गेनाइज्ड क्राइम की गतिविधियां संचालित कर रहे हैं. उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग करना चाहिए.