Ranchi : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन दूसरी पाली में कौशल विद्या उद्यमिता, डिजिटल एवं स्किल विश्वविद्यालय विधेयक 2022 सदन में पारित किया गया. यह विधेयक उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने पेश किया था. पढ़ें – हाईकोर्ट के आदेश के बाद, पुलिसकर्मियों को प्रमोशन के लिए करना होगा इंतजार
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प्रवर समिति में भेजने का कोई औचित्य नहीं- मिथिलेश ठाकुर
विधायक विनोद कुमार सिंह और लंबोदर महतो ने पारित विधेयक को प्रवर समिति को भेजने की मांग की. और कहा कि प्रतिवेदन 30 दिनों के अंदर दे. जिस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस विधेयक को भली-भांति कार्मिक और विधि विभाग द्वारा समीक्षा और अनुमति लेने के बाद लाया गया है. प्रवर समिति में भेजने का कोई औचित्य नहीं है.
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खूंटी में बने पॉलिटेक्निक कॉलेज से संचालित होगी
बता दें कि स्किल यूनिवर्सिटी खूंटी में बने पॉलिटेक्निक कॉलेज से संचालित होगी. 2018 में झारखंड में कुल आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज बनाये गये थे. ये कॉलेज खूंटी, लोहरदगा, पलामू, चतरा, जामताड़ा, गोड्डा, बगोदर और हजारीबाग में हैं. यह सभी खूंटी में बने पॉलिटेक्निक कॉलेज में शुरू होने वाली स्किल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत संचालित होंगे.
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अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय विधेयक 2022 पारित
प्रभारी मंत्री मिथलेश ठाकुर ने विधानसभा में अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय विधेयक 2022 भी पारित किया. विधेयक पारित होते ही विधायक विनोद कुमार सिंह, लंबोदर महतो और रामचंद्र चंद्रवंशी ने प्रस्तावित संशोधन पेश करते हुए विधेयक को प्रवर समिति को भेजने की मांग की. विधायकों ने कहा कि प्रतिवेदन 30 दिनों के अंदर दें. विनोद सिंह ने कहा कि हमारे लिए संशोधन के प्रस्ताव पर कोई चर्चा ही नहीं होती.
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राज्य में 16 प्राइवेट कॉलेज संचालित हो रहे
डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि राज्य में पहले से ही 16 प्राइवेट कॉलेज चल रहे हैं. इसकी स्थिति क्या है, यह किसी से छिपी नहीं है. राज्यपाल ने भी बीते दिनों निजी यूनिवर्सिटी की स्थिति की समीक्षा कर सवाल उठाया था. सरकार विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन कभी पीछे मुड़कर नहीं देखती हैं. यूनिवर्सिटी ज्ञान बांटने की जगह डिग्री बांट कर पैसा कमाने मे लगी हुई हैं.
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