Bhopal: मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच कांग्रेस को चुनाव आयोग की ओर से झटका लगा है. प्रचार के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ पर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है. कमलनाथ ने पिछले दिनों शिवराज कैबिनेट की मंत्री इमरती देवी को आइटम कहा था. इस पर EC ने कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है. इसके बाद EC ने कमलनाथ से जवाब मांगा था. उनके जवाब से EC संतुष्ट नहीं हुआ और उक्त कार्रवाई की. EC ने कहा कि अब अगर कमलनाथ किसी कैंडिडेट के लिए भी प्रचार करते हैं, तो उसका पूरा खर्च वह प्रत्याशी उठाएगा.
हार के डर से मुद्दा बदलने की कोशिश कर रही है भाजपा : कमलनाथ
आइटम वाले बयान पर चुनाव आयोग से मिले नोटिस के जवाब में कमलनाथ ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है. उन्होंने कहा कि हार के डर से भाजपा मुद्दा बदलने की कोशिश कर रही है. बता दें कि 18 अक्टूबर को एक चुनावी सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) सीधे-सादे और सरल हैं. ये उसके जैसे नहीं हैं, मैं क्यों उसका नाम लूं. इतने में लोग बोले- इमरती देवी. इस पर हंसते हुए वे बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उन्हें पहचानते हैं. आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था कि वह क्या आइटम है.
EC ने कैलाश विजयवर्गीय को दी चेतावनी
EC ने कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के खिलाफ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की ओर से की गई चुन्नू-मुन्नू की टिप्पणी का चुनाव संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन बताया. आयोग ने उन्हें आचार संहिता की अवधि के दौरान इस तरह के शब्द इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी दी. मालूम हो कि बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के सांवेर में 14 अक्टूबर को एक चुनावी रैली में यह बयान दिया था. EC ने इस बयान को आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाला पाया था. EC ने 26 अक्टूबर को नोटिस जारी कर उन्हें जवाब देने को कहा था.