Patna: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मामले को लेकर देश की राजनीति गर्म हो गई है. इस मुद्दे को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है. वहीं, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था. आनन-फानन में सदस्यता रद्द करने की जरूरत नहीं थी.
इसे भी पढ़ें: सांसदी छिन जाने को लेकर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस आज दोपहर 1 बजे, वायनाड कांग्रेस ब्लैक डे मनायेगी
मैं न्यायपालिका के फैसले पर उंगली नहीं उठा रहा – मुकेश सहनी
मुकेश सहनी ने कहा कि मैं न्यायपालिका के फैसले पर उंगली नहीं उठा रहा हूं. प्रारंभ से न्यायपालिका का सम्मान किया हूं और आगे भी करता रहूंगा. जहां तक इस फैसले की बात है उससे देश के अधिकांश लोग असहमति जता रहे हैं, उनमें एक मैं भी हूं. यह मामला इतना बड़ा नहीं था. अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाने के बाद आनन-फानन में 12 घंटे के अंदर जिस तरह से लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई, उसकी जरूरत नहीं थी. थोड़ा इंतजार करना चाहिए था.
‘न्यायिक प्रक्रिया पर है विश्वास’
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि जिस बयान को लेकर सजा सुनाई गई है, वैसा बयान चुनाव के समय हजारों नेता बोलते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा विश्वास है और पूरी संभावना है कि ऊपरी अदालत में जाने के बाद निश्चित रूप से स्टे हो जाएगा.
इसे भी पढ़ें: सनी देओल की फिल्म ‘गदर 2’ को लेकर केआरके ने किया ट्वीट, बताया फिल्म कितना करेगी कलेक्शन