Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू और जापानी बुखार के बाद चिकनगुनिया के मरीज सामने आने लगे हैं. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी अलर्ट पर है. मंगलवार को मुसाबनी सीआरपीएफ कैम्प में 17 जवान डेंगू और 9 जवानों को चिकनगुनिया से पीड़ित पाया गया. जिसके बाद कैम्प में रह रहे अन्य जवानों में हड़कंप मच गया है. गौरतलब है कि सीआरपीएफ के जवान अक्सर नक्सल विरोधी अभियान के दौरान जंगलों की खाक छानते हैं, जहां वे ऐसे मच्छरों के शिकार होते हैं. साथ ही कैंप में भी मच्छरों से बचान के विशेष इंतजाम किए जाने की जरूरत होती है. इतनी बड़ी संख्या में जवानों का एक साथ पीड़ित होना चिंता का विषय है.
ब्लड सैंपल की जांच में पॉजिटिव पाए गए जवान
जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ साहिर पाल ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया का केस बढ़ना चिंता का विषय जरूर है. उक्त बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुसाबनी सीआऱपीएफ कैम्प के जवानों के बीमार रहने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वहां जाकर जवानों के ब्लड का सैंपल लिया तथा उसकी जांच की. जिसमें 17 जवान डेंगू तथा 9 जवान चिकनगुनिया की जांच में पॉजिटिव पाए गए. गंभीर लक्षण वाले जवानों को अस्पतालों में दाखिल कराया गया है. जबकि कुछ का वहीं कैम्प में इलाज किया जा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वहां कल बुधवार को भी अन्य जवानों की जांच की जाएगी.
पानी को कहीं इकट्ठा नहीं होने नहीं दें
दूसरी ओर, उन्होंने कहा कि बरसात में होने वाली इन बीमारियों के प्रति जागरूक होने की भी जरूरत है. साथ ही अपने घर के अंदर कूलर, टायर तथा अन्य पुराने सामान, जहां भी बारिश के कारण जल जमाव की संभावना हो, वहां पानी जमा ना होने दें और स्वच्छता का ध्यान रखें. स्वास्थ्य विभाग की टीम मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए अभियान चला रही है साथ ही सभी क्षेत्र में एंटी लार्वा का छिड़काव करवा रही है. जिन इलाकों में लार्वा मिल रहे है उसे नष्ट भी किया जा रहा है.