NEW DELHI : नगरोटा एनकाउंटर के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने आज दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त को तलब किया है. नगरोटा एनकाउंटर पर भारत ने पाकिस्तान से जवाब मांगा है और आज दोपहर 11 बजे पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को बुलावा भेजा. जम्मू के नगरोटा में टोल प्लाजा के पास गुरुवार सुबह सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में चार आतंकियों को मार गिराया था. यह एनकाउंटर सुरक्षाबलों द्वारा एक ट्रक को रोकने के बाद शुरू हुई थी, जिसमें आतंकवादी छिपे हुए थे.
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पाकिस्तान से संपर्क में थे आतंकी
नगरोटा एनकाउंटर में मारे गये आतंकियों का सीधे पाकिस्तानी सेना से कनेक्शन होने का पर्दाफाश हुआ है. पाकिस्तानी सेना ने ही आतंकियों की भारतीय सीमा में घुसपैठ करायी थी. आतंकियों ने पाकिस्तान के शकरगढ़ से जम्मू में घुसपैठ की थी. शकरगढ़ वह इलाका है जहां पाकिस्तानी रेंजर्स का मुख्यालय है. सेना का मुख्यालय जिस इलाके में होता है वहां चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात होते हैं. इसलिए ये बात पुख्ता है कि चारों आतंकियों की घुसपैठ का सुरक्षित रास्ता पाकिस्तानी रेंजर्स ने ही चुना था. इसलिए ये आतंकी भारतीय सेना की नजर से बचने में कामयाब हुए.
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पाकिस्तान का चीन कनेक्शन
पाकिस्तानी रेंजर्स और आतंकियों की मिलीभगत की बात हथियारों के जखीरे से भी साबित होती है. आतंकियों को इतनी बड़ी संख्या में हथियार कोई सेना ही मुहिया करा सकती है. इन हथियारों के जखीरे में 6 एके-56, 5 एके-47, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, तीन पिस्टल, 30 चीइनीज बम, 120 बारूद बरामद किया गया था. ये जम्मू ऐसा पहला वाक्या था कि इतनी बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए गए. ये सभी हथियार कोई सेना ही इस्तेमाल करती है. आतंकियों के पास भारी मात्रा में जो हथियार बरामद हुए हैं, उन पर चाइनीज मार्किंग मिली है. इन हथियारों पर ‘मेड इन चाइना’ भी लिखा हुआ है. इसका मतलब पाकिस्तान चीन से हथियार ले रहा है और फिर भारत में आतंकी घटनाओं के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
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