Saurav Singh
Ranchi : झारखंड में हर 16 वें दिन नक्सली कर रहे एक की हत्या. पिछले छह महीने के दौरान अलग अलग नक्सली संगठनों के द्वारा राज्य के अलग-अलग जिले में 11 लोगों की हत्या कर दी गई. नक्सली संगठनों के द्वारा कभी मुखबिरी, तो कभी लेवी नहीं मिलने का वजह बताकर ग्रामीणों की हत्या कर रहे है.
11 लोगों की नक्सलियों ने की हत्या
पिछले छह महीने के दौरान अलग-अलग नक्सली संगठनों के द्वारा राज्य के 11 लोगों की हत्या कर दी गई. जिनमें हजारीबाग में एक, चतरा में चार, लातेहार में एक, सरायकेला में एक, लोहरदगा में दो और चाईबासा में दो लोगों की हत्या कर दी गई है.
पुलिस की मुखबिरी जान पर भारी
पुलिस को चप्पे-चप्पे की जानकारी मिले, इसलिए पुलिस अनाधिकृत तौर पर मुखबिरों को बहाल करती है. नक्सली गतिविधि और दूसरी ऐसी खबरों के बदले पुलिस की तरफ से मुखबिरों को कुछ इनाम भी मिलता है. इनाम में क्या और कितना मिलता है, यह भी सरकार के रिकॉर्ड में नहीं होता. नक्सली इलाकों में मुखबिरों की ही वजह से पुलिस को कई बार बड़ी कामयाबी मिलती है. लेकिन इस बात की जानकारी नक्सलियों को अगर हो जाती है, तो फिर वो खबर देने वाले मुखबिर से बदला जरूर लेते हैं.
जानिए कहां-कहां हुई हत्याएं
24 अप्रैल : चाईबासा में भाकपा माओवादियों ने सोनुवा थाना क्षेत्र के कुदाबुरु गांव में एसपीओ बताकर डोम चाकी नामक युवक को गोली मार कर हत्या कर दी.
20 मार्च : सरायकेला जिले खरसावां थाना क्षेत्र के बिटापुर पंचायत के रघुनाथपुर गांव में श्याम माझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जिसके पीछे नक्सलियों के हाथ सामने आया था. पुलिस को एक नक्सली पोस्टर भी मिला था.
12 मार्च : नक्सली संगठन जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए. लेवी के लिए पुल निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे मुंशी विशुनदेव सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
18 नवंबर 2020 : लोहरदगा जिले के पेशरार प्रखंड में नक्सलियों ने पुल निर्माण करा रही एक कंपनी के मुंशी विक्की गुप्ता की गोली मार हत्या कर दी थी.
16 नवम्बर 2020: लोहरदगा में पेशरार प्रखंड अंतर्गत सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के मुंगो गांव में जागीर भगत को माओवादियों ने एके 47 से भून दिया.
18 अक्टूबर: चतरा जिले के पत्थलगड़ा में रविवार देर शाम माओवादियों ने घर में घुसकर एक महिला की हत्या कर दी थी.