– एनएचएम अनुबंधकर्मियों के भरोसे है स्वास्थ्य विभाग की सभी योजनाएं
– राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत झारखंड में चलती हैं करीब 50 योजनाएं
Ranchi: एनएचएम के अनुबंध कर्मियों के हड़ताल पर जाने से 50 से अधिक योजनाएं प्रभावित हो रही हैं. एनएचएम कर्मी 11 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं. कर्मियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, वे हड़ताल पर ही रहेंगे. वहीं एमडी एनएचएम भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमने कर्मियों की लगभग सारी मांगें मान ली है. लेकिन जिन्हें बर्खास्त किया गया है, उनकी बर्खास्तगी वापस नहीं ली जा सकती. एनएचएम कर्मियों ने कहा कि अगर मांगें मान ली गई हैं तो लिखित कॉपी कहां है.
एनएचएम कर्मियों ने कहा कि हमने एचआर पॉलिसी बनाने की मांग की थी. एक दिन में कोई एचआर पॉलिसी कैसे बन सकती है. कर्मियों के हड़ताल पर जाने से करीब सभी योजनाएं सही से संचालित नहीं हो पा रही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि डिस्ट्रिक प्रोग्राम मैनेजर, डिस्ट्रिक एकाउंट मैनेजर, अकाउंट अफसर, कंप्यूटर ऑपरेटर सभी हड़ताल पर हैं. इन सबके बिना कोई काम नहीं हो सकता. झारखंड हेल्थ इंप्लाई वेलफेयर एसोसिएशन ने कहा कि एनएचएम अधिकारियों के साथ मांग को लेकर वार्ता हुई पर वह विफल रही है.
ये योजनाएं हो रहीं प्रभावित
चाइल्ड हेल्थ, फैमिली प्लानिंग, मेटरनल हेल्थ, पीसीपीएनडीटी, ट्राइबल हेल्थ, अर्बन हेल्थ, एनवीबीडीसीपी, एनसीईपी, एनपीसीबी, आरएनटीसीपी, एनआईडीडीसीपी, आईडीएसपी, आयुष, मोबाइल मेडिकल यूनिट, रूटीन इम्यूनाइजेशन सहित 50 से अधिक प्रोग्राम प्रभावित हो रहे हैं. एनएचएम कर्मियों के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अलावा अन्य स्वास्थ्य से संबंधित कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं.
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