Ranchi: शीर्ष माओवादियों तक एके-47 जैसे घातक हथियार की सप्लाई करने वाला एमपी का जैकी पारदी की एनआईए ने रिमांड की अवधि बढ़ा दी है. एनआईए ब्रांच रांची ने मध्यप्रदेश के रहने वाले जैकी पारदी को 29 नवंबर तक रिमांड पर लिया है. इससे पहले एनआईए ने जैका को 23 नवंबर तक रिमांड पर लिया था. जैकी पारदी मूल रूप से मध्यप्रदेश के कटनी जिले के बहरी थाना क्षेत्र स्थित हीरापुर गांव का रहने वाला है.
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सरायकेला से हुई थी जैकी की गिरफ्तारी
सरायकेला पुलिस ने साल 2020 के दिसंबर में जैकी को गिरफ्तार किया था. खरसावां-कुचाई मुख्य मार्ग में पुलिस चेकिंग के दौरान यह सफलता हासिल हुई थी. चेकिंग के दौरान चक्रधरपुर के टोकलो थाना क्षेत्र के झरझरा में वह पकड़ा गया था. उस समय वह माओवादियों को गोला बारूद पहुंचाने के लिए एडवांस पैसे लेने जा रहा था. जब पुलिस ने जैकी को गिरफ्तार किया, उस समय उसके पास से माओवादी साहित्य भी बरामद हुआ था. सरायकेला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बीते 25 दिसंबर 2020 को नक्सल दस्ते से मिलने उसका एक महत्वपूर्ण सहयोगी चाईबासा से खरसावां होते हुए जाने वाला है. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ा था.
लांजी घटना के बाद नाम सामने आया
चाईबासा जिले के लांजी गांव में मार्च 2021 में माओवादियों ने पुलिसकर्मियों को डायरेक्शनल लैंडमाइंस के जरिए निशाना बनाया था. माओवादियों के इस हमले में तीन पुलिस जवान शहीद हो गए थे. इस मामले में एनआईए ने कई संदिग्ध व माओवादियों से पूछताछ की थी. इसी पूछताछ के दौरान हथियार सप्लायर के तौर पर मध्यप्रदेश के जैकी पारदी का नाम सामने आया था. इसके बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया. बीते कई वर्षों से जैकी झारखंड में अपने हैंडलर्स के जरिए आर्म्स की सप्लायी कर रहा था. उल्लेखनीय है कि झारखंड में जबलपुर की आर्म्स फैक्ट्री के जरिए पहले ही माओवादियों तक हथियार पहुंचने का खुलासा हो चुका है. बिहार के हथियार तस्करों का गैंग जबलपुर आर्म्स फैक्ट्री के कर्मियों की मिलीभगत से घातक हथियार निकलवा कर उसकी बिक्री झारखंड-बिहार के उग्रवादियों तक करता था. लांजी गांव में हुए हमले में शामिल माओवादी सुखराम रामताई को भी छह दिन के रिमांड पर लेकर एनआईए पूछताछ कर रही है.
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