Ranchi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कोल परियोजनाओं से टेरर फंडिंग मामले में कांड संख्या 06/2018 NIA DLI और आर्म्स तस्करी कांड संख्या 05/2019 NIA DLI मामलों में टीपीसी के उग्रवादी भीखन गंझू की तलाश है. लेकिन एक तरफ एनआईए व दूसरी तरफ पुलिस की रडार पर होने के बावजूद भीखन गंझू सक्रिय है और हत्या और वाहनों में आगजनी का साजिश रच रहा है. भीखन गंझू की भूमिका हाल में हुए कोयला कारोबारी बबलू मुंडा और उसका भाई प्रेम सागर मुंडा के हत्या की साजिश में भी सामने आयी है. राज्य पुलिस ने भीखन गंझू पर 10 लाख का इनाम रखा है. वहीं एनआईए को मगध- आमप्राली कोल परियोजना में टेरर फंडिंग, उग्रवादी परमेश्वर गंझू के यहां से लेवी राशि की बरामदगी व पूर्णिया आर्म्स रैकेट केस में भीखन गंझू की तलाश है.
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लेवी नहीं मिली तो रच दी प्रह्लाद सिंह की हत्या की साजिश
लेवी नहीं मिलने पर बीते दो फरवरी को टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू के कहने पर भीखन ने ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद सिंह की हत्या की साजिश रची थी. चतरा पुलिस ने इस मामले में चंद्रशेखर ठाकुर को गिरफ्तार किया था. उसने पुलिस को बताया कि टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू, आक्रमण गंझू भीखन गंझू और अमरजीत के कहने पर ही इस घटना को अंजाम दिया था. घटना को अंजाम देने से पहले ही साल 2020 के सितंबर- अक्टूबर महीने में टीपीसी उग्रवादियों के साथ बैठक हुई थी. इस दौरान हथियार और रुपये की आपूर्ति टीपीसी उग्रवादी भीखन गंझू और अमरजीत के द्वारा की गई थी. घटना को अंजाम देने के पीछे उद्देश्य था कि टीपीसी उग्रवादी को कोई लेवी नहीं मिल रहा था. इस वजह से घटना को अंजाम दिया गया था.
भीखन गंझू ने रची थी ट्रांसपोर्टिंग रोकने की साजिश
चतरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आदेश गंझू ने स्वीकार किया था कि कोयला कारोबारी का काम करने वाले नीरज गंझू टीपीसी को मोटी राशि उपलब्ध कराते थे. उन्हें बलथरवा विस्थापित कमेटी के सदस्य मदन प्रसाद साहू परेशान करते थे. आदेश ने बताया था कि नीरज ने कहा था कि किसी तरह से मदन प्रसाद को रास्ते से हटा दें. आदेश ने स्वीकारा था कि नीरज के कहने पर उसने गणेश गंझू के साथ मिलकर 19 अगस्त 2020 की शाम मदन के घर जाकर गोली मारकर हत्या कर दी. आदेश ने खुलासा किया था कि 14-16 दिसंबर 2020 को चतरा में कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोकने के लिए बैठक हुई थी. एनआईए के रडार पर रहे नागेश्वर गंझू के घर यह मीटिंग हुई थी. लेवी के लिए ट्रांसपोर्टिंग रोकने की साजिश भीखन गंझू ने रची थी.
भीखन ने रची थी बबलू मुंडा व प्रेम सागर मुंडा के हत्या की साजिश
10 लाख के इनामी टीपीसी उग्रवादी भीखन गंझू ने नीरज भोक्ता के माध्यम से बबलू मुंडा पर जानलेवा हमला व प्रेम सागर मुंडा के हत्या की साजिश रची थी. एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर गठित पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार उग्रवादियों में इरफान अंसारी, अफरोज अंसारी, एजाज अंसारी, अरसद अली,अब्दुल्ला आलम, एकरामुल अंसारी, जसीम खान और मैनुल अंसारी शामिल है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने एके 56, तीन पिस्टल, 10 गोली, 1.62 लाख रूपया समेत कई अन्य सामान बरामद किया था.
टंडवा में आगजनी के पीछे का मास्टरमाइंड था भीखन
टीपीसी उग्रवादियों के द्वारा चतरा जिले की मगध-आम्रपाली व पिपरवार की अशोका व एनके एरिया कोल परियोजना में कमेटी बनाकर वसूली की जाती थी. कोल परियोजनाओं में वसूली के मामले में एनआईए की कार्रवाई के बाद टीपीसी पर दबाव बढ़ा था. जिसके बाद भीखन समेत अन्य कमांडर अंडर ग्राउंड हो गए थे. लेकिन हाल के दिनों में भीखन की गतिविधियां बढ़ी हैं. 26 अप्रैल 2021 को टंडवा के कोल परियोजनाओं में लेवी वसूली व ट्रांसपोर्टरों को अपने प्रभाव में लेने के लिए उग्रवादियों ने पांच हाईवा गाड़ियों में आगजनी की थी. इस आगजनी की वारदात के पीछे मास्टरमाइंड भीखन गंझू ही था.
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