Saurav Singh
Ranchi : बीते शनिवार देर रात गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के लूटो गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. झारखंड में सामूहिक हत्या की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी सामूहिक हत्या को अंजाम दिया जा चुका है. पिछले 32 महीने में राज्य के अलग-अलग जिले में सामूहिक हत्याकांड की नौ बड़ी घटनाएं हुई, जिनमें 38 लोगों की काटकर मार दिया गया. सामूहिक हत्याकांड की घटनाएं खूंटी मे दो, चाईबासा में तीन और गुमला में चार हुई है. इन सभी घटनाओं के पीछे आपसी विवाद और डायन बिसाही का मामला सामने आया है.
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नौ सामूहिक हत्याकांड में 38 लोगों की काटकर कर दी गई हत्या
25 सितंबर 2021 : गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के लूटो गांव में डायन का आरोप लगाकर रात में एक ही परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. मृतकों में सास-ससुर और बहू शामिल थे. वहीं, कमरे में सो रहे दो बच्चों को आरोपी ने छोड़ दिया था. हत्या का आरोप मृतक के भतीजे पर ही लगा है.
24 फरवरी 2021 : गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच लोगों की टांगी से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. यह घटना बुरुहातु गांव हुई थी. जहां निकुदीन तोपनो, जोस्पीना तोपनो, भीनसेंट तोपनो, शिववंती तोपनो,भालवीन तोपनो की धारधार हथियार से हत्या कर दी गई थी.
25 नवंबर 2020 : खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के बिरबांकी से बीते 14 अक्टूबर 2020 से लापता तीन युवकों महेंद्र मुंडा, मुंडका मुंडा और दुर्गा मुंडा की हत्या कर दी गई थी. तीनों युवकों का शव 40 दिनों बाद क्षत विक्षित अवस्था में अड़की के कोरेया स्थित पोड़ेया जंगल से बरामद हुआ था. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
25 नवंबर 2020 : चाईबासा जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में नरसंहार का एक मामला सामने आया था. जहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने सभी मृतकों का कंकाल बरामद किए थे. पुलिस ने घटना सामने आने के बाद इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. मृतकों की एक रिश्तेदार ने परिवार के सभी लोगों के लापता होने की प्राथमिकी पिछले डेढ़ महीने पहले थाने में दर्ज कराई गई थी. इस घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर परिजनों ने चाईबासा मुख्यालय में लगातार महीने भर तक धरना भी दिया था और बात मुख्यमंत्री तक पहुंची थी.
29 अक्टूबर 2020 : पिछले 21 दिनों से लापता सोयको थाना क्षेत्र के कुदा गांव निवासी बिरसा मुंडा, उसकी पत्नी सुकरू पूर्ति और बेटी सोमवारी पूर्ति के शव को पुलिस ने बरामद किया था. तीनों का शव रबा नदी झरना के पास से क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था. डायन-बिसाही को लेकर तीनों की हत्या की गयी थी. तीनों के सिर धड़ से अलग करने के बाद शवों एक ही गड्ढे में दफना दिया गया था. इस वारदात को 15 लोगों ने मिल कर अंजाम दिया था.
14 सिंतबर 2020 : झारखंड के गुमला जिले के रायडीह थाना के डेरंगडीह गांव में चार लोगों की हत्या की गई. पहले एक महिला ने अपने दो कथित प्रेमियों के संग मिल कर अपने पति 45 वर्षीय मरियानुस कुजूर की गला घोंट कर हत्या कर दी. इसके बाद मरियानुस की हत्या से उपजे आक्रोश और प्रतिशोध में ग्रामीणों ने महिला और उसके दो प्रेमियों को लाठी-डंडा से पीट-पीट कर मार डाला.
20 जनवरी 2020 : चाईबासा जिले के सोनुवा थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा में देर रात पत्थलगड़ी समर्थक और विरोधियों के बीच हुई हिंसक झड़प में गुलीकेरा ग्राम पंचायत के उपमुखिया समेत सात ग्रामीणों की हत्या कर दी गई थी.
9 दिसंबर 2019 : चाईबासा जिले के अति नक्सल प्रभावित सारंडा जंगल में हत्या की बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था. यहां घर में सो रहे एक ही परिवार के पति पत्नी और दो मासूम बच्चों को अज्ञात हमलावरों ने तेज धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी थी. इस घटना से इलाके में दहशत का आलम था. घटना सारंडा जंगल के छोटानागरा थाना क्षेत्र से ढाई किलोमीटर दूर में स्थित सोनापी गांव में हुई थी.
20 जुलाई 2019 : गुमला जिले के सिसई प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर सिसकारी गांव में 10-12 हमलावरों ने चार लोगों को घर से खींचकर बाहर निकाला, फिर पिटाई के बाद उनकी गला काटकर हत्या कर दी थी.
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