Nirsa : एमपीएल रेल लाइन विस्थापित समिति की बैठक गुरुवार 24 मार्च को तुलसीभीठा गांव स्थित मंदिर परिसर में अशोक मंडल की अध्यक्षता में हुई. विस्थापित समिति का एमपीएल के मुख्य द्वार के समक्ष धरना प्रदर्शन था, परंतु 144 लागू रहने के कारण तुलसी भीठा में विस्थापितों ने बैठक की. बैठक में विस्थापितों ने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आर पार की लड़ाई लड़ने को बाध्य होंगे. बैठक में एमपीएल के अधिकारी संदीप खेडवाल एवं अजय कुमार मौजूद थे. अधिकारियों ने विस्थापितों को आश्वस्त किया कि 14 दिन बाद सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता कर उनकी मांगों का समाधान कर दिया जाएगा.
बैठक को संबोधित करते हुए अशोक मंडल ने कहा कि रेल लाइन निर्माण के दौरान जिला प्रशासन एवं एमपीएल प्रबंधन के साथ विस्थापितों का समझौता हुआ था, जिसमें कहा गया था कि विस्थापितों को जमीन के बदले मुआवजा दिया जाएगा, साथ ही अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति के विस्थापितों को अलग से 10 हजार रुपये का पैकेज दिया जाएगा. वह आज तक भुगतान नहीं हुआ. 10 वर्ष बाद एमपीएल प्रबंधन एससी एसटी विस्थापितों को 20 हजार रुपये विशेष पैकेज के ग्रुप में दे. विस्थापितों को रेल लाइन के मेंटेनेंस कार्य में लगाया जाए.
विगत आठ 10 वर्षों से विस्थापित आंदोलन कर रहे हैं, परंतु एमपीएल प्रबंधन सिर्फ आश्वासन का घूंट पिला रहा है. यदि विस्थापितों की मांगों का समाधान नहीं किया गया तो एमपीएल में रैक के माध्यम से कोयले की आपूर्ति बाधित की जाएगी. बैठक में जितेन तिवारी, सपन मंडल, मिहिर मंडल, कंचन मोदी, प्रबोध मंडल, रंजन मंडल, दिलीप मालाकार, किशन तिवारी, मकसूद शेख, फारुख अंसारी आदि मौजूद थे.
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