Nirsa : कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन कुछ कड़े फैसले ले रहे हैं. कहीं इन फैसलों का स्वागत हो रहा है तो कहीं विरोध. इसी कड़ी में एग्यारकुंड की अंचलाधिकारी अमृता कुमारी के निर्देशानुसार कुमारधुबी बाजार स्थित सब्जी बाजार को चिरकुंडा सरसापहाड़ी स्थित श्रम कल्याण केंद्र के ग्राउंड में स्थानांतरित करना था. लेकिन सब्जी विक्रेताओं ने प्रशासन के इस निर्णय का विरोध किया है. दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन ने अपना फैसला सुना दिया है, लेकिन सब्जी विक्रेताओं की समस्याओं को जानना मुनासिब नहीं समझा. कहा कि श्रम कल्याण केंद्र में दुकान लगाने की कोई सुविधा नहीं है. दिन भर दुकानदारी करने के बाद तीन सौ रुपये कमाते हैं. वहां दुकान लगाने के लिए आने और जाने का भाड़ा ही चार सौ रुपये लग जाएगा.
ऐसी स्थिति में अपने परिवार का भरन पोषण कैसे करेंगे. सब्जी बाजार के बंद होने से पूरे बाजार में सन्नाटा पसर गया है. अन्य दुकानों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. दुकानदारों का कहना है कि कुमारधुबी का सब्जी बाजार क्षेत्र का सबसे बड़ा बाजार है. ग्राहक सब्जी के अलावा अन्य सामान की भी खरीदारी कर लेते हैं. दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन स्थानांतरित करने की जगह बाजार को यहीं लगाने की कोई व्यवस्था करे. प्रशासन की सभी गाइडलाइंस का पालन करने के लिए तैयार हैं. सोमवार की सुबह सब्जी विक्रेताओं का प्रतिनिधि मंडल सीओ से मिलने उनके कार्यालय गया था. पता चला कि अंचलाधिकारी दो दिन की छुट्टी पर हैं. दुकानदारों का कहना है कि सकारात्मक वार्ता होने तक अपनी दुकानें बंद रखेंगे.
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